व्रत हो या त्योहार यहां की मिठाइयां है सदाबहार
जिला मुख्यालय से कुछ ही दूरी पर स्थित मलयपुर बाजार में मिठाई की एक ऐसी दुकान है, जो काफी प्रचलित है। यहां तीन पीढ़ियों से मिठाइयों की एक ही क्वालिटी को मेंटेन किया जा रहा है। इतना ही नहीं, बिहार विधानसभा तक में कभी यहां की मिठाइयों की सप्लाई होती थी। इस मिठाई की सबसे खास बात यह है कि इसकी सप्लाई काफी बड़े पैमाने पर की जाती है।
अगर दोपहर 12 बजे तक आप यहां नहीं पहुंचे तो आपको यहां की मिठाइयां नहीं भी मिल सकती हैं। दरअसल, जमुई के मलयपुर बाजार में महाराजा स्वीट्स नाम की एक दुकान है, जहां तीन पीढ़ियों से मिठाइयों की बिक्री की जा रही है। यहां की क्वालिटी और स्वाद के लोग दीवाने हैं। यहां मिठाइयों की डिमांड पूरे प्रदेश में है। लोग दूर-दूर से यहां मिठाइयां खरीदने आते हैं। पहले से ऑर्डर देकर बनवाते भी हैं।
बनती है फेस्टिवल स्पेशल मिठाई
दुकान के संचालक संजीत कुमार गुप्ता ने कहा कि इस दुकान में व्रत स्पेशल मिठाई भी बनाई जाती है। यहां जो मिठाइयां तैयार की जाती हैं, वे पूरी तरह से सही होती हैं। आमतौर पर मिठाइयों में छेना के साथ मैदा का भी इस्तेमाल लोग करते हैं, लेकिन, यहां बनने वाली मिठाई में मैदा इस्तेमाल नहीं किया जाता। यही कारण है कि लोग इसे त्योहार और व्रत में फलाहार के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
24 घंटे होती है मिठाई की लाइफ
आगे कहा कि लोग पेड़ा, खोवा जैसी मिठाई त्योहार के दौरान खाते हैं, लेकिन छेना खाने से परहेज करते हैं। इस दुकान में इन बातों का पूरा ख्याल रखा जाता है और इसे ध्यान में रखते हुए ही मिठाई तैयार की जाती है। कहा कि हम स्पेशल छेना की मिठाई बनाते हैं जो व्रत में भी खा सकते हैं। ऐसी मिठाई महज 24 घंटे तक ही इस्तेमाल की जा सकती है। यही कारण है कि प्रतिदिन 18 किलो छेना ही तैयार किया जाता है और मिठाई समाप्त होने के बाद लोगों को अगले दिन तक का प्रतीक्षा करना पड़ता है।
बिहार विधानसभा तक होती थी सप्लाई
संजीत कुमार ने कहा कि इस दुकान की मिठाई को पहले बिहार विधानसभा तक सप्लाई किया जाता था। कहा कि जिस समय बिहार के सीएम जगन्नाथ मिश्र थे, तब उन्हें मलयपुर का छेना काफी पसंद था और इसी दुकान से वहां सप्लाई होती थी। कहा कि आज भी जमुई के अतिरिक्त कई अन्य जिलों से लोग यहां पर मिठाई लेने आते हैं और बड़े आयोजनों में भी यहां पर बड़े पैमाने पर आर्डर मिलता है। उनकी यह दुकान तीन पीढ़ियों से लगातार चल रही है। प्रतिदिन 50 किलो कच्चा छेना से बने मिठाई की बिक्री हो जाती है।