दुनिया के इस इकलौते देश की 1 नहीं बल्कि 3 हैं राजधानियां
हर राष्ट्र की राजधानी, उस राष्ट्र का सबसे खास शहर होता है, जहां से राष्ट्र की सरकारें संचालित होती हैं, हर बड़े निर्णय लिए जाते हैं। आमतौर पर हर राष्ट्र की एक ही राजधानी होती है। हिंदुस्तान को ही ले लीजिए, हमारे राष्ट्र की राजधानी नयी दिल्ली है। उसी प्रकार हिंदुस्तान के अनेक राज्यों की भी अपनी राजधानियां हैं। पर क्या आप जानते हैं कि दुनिया (Which country has 3 capitals) में एक ऐसा राष्ट्र भी है, जिसकी एक नहीं बल्कि 3 राजधानियां हैं। क्या आप इस राष्ट्र का नाम जानते हैं? यदि नहीं, तो चलिए हम आपको बताते हैं।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में कई ऐसे राष्ट्र हैं, जिसकी 2 राजधानियां हैं। पर केवल एक ही राष्ट्र ऐसा है, जिसकी 3 हैं। इस इकलौते राष्ट्र का नाम है साउथ अफ्रीका। अफ्रीका महाद्वीप के दक्षिणी हिस्से में उपस्थित इस राष्ट्र की तीन राजधानियां हैं- प्रिटोरिया, केप टाउन और ब्लोएमफोनटीन Bloemfontein. आप भी इस सोच में पड़ गए होंगे कि आखिर ऐसा क्यों है कि साउथ अफ्रीका, 3 राजधानियों वाला राष्ट्र है?
प्रिटोरिया (Pretoria) प्रशासनिक राजधानी है और यहां गवर्नमेंट का एग्जिक्यूटिव पैनल बैठता है। राष्ट्रपति से लेकर कैबिनेट तक प्रिटोरिया में रहते हैं। प्रिटोरिया में ही अन्य सरकारी कार्यालय, और विदेशी एंबेसी भी उपस्थित हैं। ये राष्ट्र के उत्तर पूर्वी भाग में स्थित है और जोहेनसबर्ग के पास, गौटेंगा प्रांत में है।
केप टाउन (Cape Town) को राष्ट्र की विधायी राजधानी माना जाता है। यहीं पर साउथ अफ्रीका की नेशनल असेंबली उपस्थित है और नेशनल काउंसिल ऑफ प्रोविंस भी उपस्थित है। ये राष्ट्र के दक्षिण पश्चिमी भाग में उपस्थित है। जनसंख्या के आधार पर ये राष्ट्र का दूसरा सबसे बड़ा शहर है।
ब्लोएमफोनटीन (Bloemfontein) फ्री स्टेट प्रांत में है। ये राष्ट्र के केंद्र में स्थित है और राष्ट्र की न्यायिक राजधानी है। राष्ट्र का सबसे बड़ा कोर्ट, और उच्चतम न्यायालय ऑफ अपील भी यहीं उपस्थित है।
क्यों है तीन राजधानियां
दक्षिण अफ्रीकी गवर्नमेंट की न्यायिक शाखा ब्लोमफ़ोनटेन में इसलिए रखी गई क्योंकि ये राष्ट्र के एकदम केंद्र में था। प्रिटोरिया में फॉरेन एंबेसी इसलिए बनाई गई और कई सरकारी कार्यालय इसलिए रखे गए, क्योंकि आजादी से पहले भी ये सब कुछ उसी शहर में था। ऐसा इसलिए क्योंकि प्रिटोरिया, राष्ट्र के सबसे बड़े शहर जोहेनसबर्ग के पास था। अंत में केप टाउन को पारलियामेंट के लिए उपयुक्त इसलिए समझा गया, क्योंकि अंग्रेजों के दौर से यहां पर संसद थी।