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36 बीमारियों से ये फूल दिलाता है राहत, त्वचा संबंधी समस्याओं में लाभदायक

लोग वायरल से होने वाली सर्दी, खांसी, जुखाम, गले की खराश इत्यादि से जूझते रहते हैं. आप चाहे कितनी भी प्रयास कर लें, इस मौसम में वायरल से बच पाना बहुत कठिन हो जाता है. ऐसे में आपको ना चाहते हुए भी मेडिसिन लेनी पड़ती है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि अंग्रेजी मेडिसिन का ज़्यादा इस्तेमाल शरीर के लिए कितना नुकसानदायक है. ऐसे में आप आयुर्वेद की सहायता ले सकते हैं. दरअसल, आयुर्वेद में ऐसी सैकड़ों औषधीय पौधों का ज़िक्र है, जिसका इस्तेमाल आप बेहतर स्वास्थ्य के लिए कर सकते हैं. खास बात यह है कि ज्यादातर औषधीय पौधे आपके घर के इर्द-गिर्द ही मिल जाते हैं.

इन्हीं में से एक है हरसिंगार का पौधा. जी हां, हरसिंगार के पत्ते का इस्तेमाल उम्दा दर्जे के औषधि के रूप में किया जाता है. आज हम आपको इसी पहलू पर खास जानकारी देने वाले हैं.

चाय तथा काढ़े के रूप में करें उपयोग
पतंजलि के आयुर्वेदाचार्य भुवनेश पांडे बताते हैं कि हरसिंगार के फूलों से लेकर पत्त‍ियां, छाल एवं बीज भी बहुत उपयोगी है. इसका चाय न सिर्फ़ स्वाद में बेहतरीन होता है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी गुणकारी है. हरसिंगार का चाय बनाने के लिए इसकी दो पत्तियां और एक फूल के साथ तुलसी की कुछ पत्त‍ियां लीजिए और इन्हें 1 गिलास पानी में उबालिए. जब यह अच्छी तरह से उबल जाए तो इसे छानकर हल्का ठंडा कर लें और फिर पी लें. आप चाहें तो स्वाद के लिए इसमें शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं.

हरसिंगार के पत्ते एवं फूलों का ऐसा इस्तेमाल आपको खांसी, जुखाम से राहत दिलाएगा. इसके अतिरिक्त आप इसकी पत्तियों का इस्तेमाल घुटने के दर्द के लिए कर सकते हैं. इसके लिए हरसिंगार के 6 से 7 पत्ते तोड़कर इन्हें पीस लें. पीसने के बाद पेस्ट को पानी में डालकर तब तक उबालें जब तक कि इसकी मात्रा आधी न हो जाए.अब इसे ठंडा कर रोजाना सुबह खालीपेट पिएं.

बदन दर्द, बुखार तथा त्वचा संबंधी समस्याओं में लाभप्रद
आयुर्वेदाचार्य के अनुसार, किसी भी प्रकार के बुखार में हरसिंगार की पत्तियों की चाय या काढ़ा पीना बहुत लाभप्रद होता है. इसके सेवन से डेंगू तथा मलेरिया सहित कई तरह का बूखार समाप्त हो सकता है. सर्दियों में त्वचा संबंधी परेशानी से राहत के लिए आप इसकी पत्त‍ियों को पीसकर लगा सकते हैं. हाथ-पैर तथा मांसपेशियों में दर्द एवं खिंचाव होने पर भी हरसिंगार के पत्तों के रस में बराबर मात्रा में अदरक का रस मिलाकर पीने से लाभ होता है.

बकौल आयुर्वेदाचार्य, सर्दियों में एक स्वास्थ्य आदमी भी हर दिन, खाली पेट हरसिंगार के पत्तों एवं फूलों से तैयार चाय तथा काढ़े का सेवन कर सकता है.

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