लाइफ स्टाइल

भारत के सबसे ऊंचे ये Hill Station आसमान की ऊंचाइयों को छूते हैं, आप भी यहां जरूर करें एक्सप्लोर

कल्पा शिमला से लगभग 251 किलोमीटर दूर है ये छोटा सा गांव हिमाचल प्रदेश राज्य के अन्य हिल स्टेशनों की तरह इतना लोकप्रिय नहीं है, लेकिन यहां जाने का सपना भी कई टूरिस्ट का रहता है कल्पा तक आप सांगला से संकरी सड़कों के माध्यम से पहुंच सकते हैं यहां से आपको कैलाश पहाड़ भी बहुत सरलता दिख जाएंगे कल्पा इस क्षेत्र के सबसे ऊंचे गांवों में से एक है, जिसकी ऊंचाई करीबन 2,960 मीटर है वैसे ये व्यवसायिक हिल स्टेशन तो नहीं है, लेकिन हां इस स्थान को भी आप घूमने-फिरने के लिए चुन सकते हैं कल्पा के आसपास, आपको कई सेब के बाग और चीड़ के जंगल देखने को मिल जाएंगे आप यहां प्राचीन हिंदू और बौद्ध मंदिर की यात्रा भी कर सकते हैं

सिक्किम के पूर्वी भाग में बसा ज़ुलुक भी कम खूबसूरत नहीं है, जो कभी तिब्बत में ल्हासा के लिए रेशम व्यापार मार्ग का एक हिस्सा हुआ करता था 3,000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, जुलुक तक गंगटोक या रोंगली से पहुंचा जा सकता है, यहां गांव तक जाने के लिए परमिट प्राप्त करना पड़ता है, क्योंकि ये स्थान प्रतिबंधित क्षेत्रों में आती है हर मौसम में आपको इस स्थान के भिन्न-भिन्न रंग देखने को मिलेंगे, मानसून में हरियाली तो सर्दियों में सफेद बर्फ देखने को मिलेगी

अब हम बात करेंगे औली की, जो उत्तराखंड के स्कीइंग डेस्टिनेशन के लिए काफी फेमस है औली में आप वर्ष भर में किसी भी समय में पहुंच सकते हैं यहां आप जोशीमठ और फिर रोपवे के जरिए आराम से जा सकते हैं 3,046 मीटर की ऊंचाई के साथ, औली राज्य के सबसे ऊंचे हिल स्टेशनों में से एक है औली में आर्टिफिशियल झील है जहां आप जा सकते हैं, ये स्थान अपनी स्कीइंग एक्टिविटी के लिए भी जानी जाती है

केलांग हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति घाटी जिले का मुख्यालय है यह आमतौर पर मनाली से लेह पहुंचने वाले यात्रियों के लिए पड़ाव डेस्टिनेशन है हालांकि, गांव अक्टूबर के महीनों से मई तक पर्यटकों के लिए थोड़ा कम खोला जाता है, क्योंकि इस क्षेत्र में भारी हिमपात के कारण सड़कें बंद हो जाती हैं केलांग में कुछ बौद्ध मठ देखने लायक हैं, जिनमें से एक शशूर मठ काफी फेमस है केलांग की ऊंचाई 3080 मीटर है

भारत-चीन सीमा से पहले चितकुल को अंतिम गांव के रूप में जाना जाता है ये हिमाचल प्रदेश राज्य का एक और खूबसूरत हिल स्टेशन है सर्दियों के दौरान, समुद्र तल से लगभग 3,450 मीटर की ऊंचाई पर होने की वजह से, भारी हिमपात के कारण चितकुल की सड़कें दुर्गम रहती हैं चितकुल एक बहुत ही सुंदर डेस्टिनेशन है, यहां के घास के मैदान, जंगल, सेब के बाग इस स्थान को और भी खूबसूरत बना देते हैं

Related Articles

Back to top button