पुत्रदा एकादशी पर दोगुना होगा फल, पूरी होगी संतान प्राप्ति की इच्छा
कुछ ही दिनों में पौष माह की एकादशी आने वाली है। इस एकादशी को पुत्रदा एकादशी बोला जाता है। मान्यता है कि पुत्रदा एकादशी पर संतान प्राप्ति के इच्छुक दंपति व्रत रहते हुए ईश्वर विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं तो उनकी इच्छा पूर्ण होती है। साथ ही एकादशी का व्रत रखने से सभी पापों से मुक्ति भी मिलती है। संतान सुख और लंबी उम्र के लिए पुत्रदा एकादशी का खास महत्व कहा गया है। इस बार पुत्रदा एकादशी पर कई खास संयोग भी बन रहे हैं।
देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के मशहूर ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने कहा कि पौष माह की आखिरी एकादशी पुत्रदा एकादशी 21 जनवरी 2024 को है। एकादशी के दिन व्रत रखकर ईश्वर विष्णु की पूजा आराधना करने से सभी कष्ट दूर होते हैं। साथ ही संतान की प्राप्ति भी होती है। इस एकादशी के दिन कई दुर्लभ संयोग का भी निर्माण होने जा रहा है। इसलिए इस एकादशी का महत्व दोगुना हो गया है। इस दुर्लभ योगदान में यदि आप ईश्वर विष्णु और माता लक्ष्मी की विधि विधान के साथ पूजा करते हैं तो दोगुने फल की प्राप्ति होगी।
दोगुना हो गया एकादशी का महत्व
ज्योतिषाचार्य ने कहा कि 21 जनवरी को पुत्रदा एकादशी का व्रत रखा जाएगा। एकादशी के दिन कई दुर्लभ संयोग एक साथ आने वाले हैं। इस एकादशी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, शुक्ल योग, ब्रह्म योग और त्रिग्रही योग का निर्माण होने जा रहा है। ऐसा शुभ संयोग एकादशी के दिन बहुत कम देखने को मिलता है। इस योग के कारण इस एकादशी का महत्व दोगुना हो गया है।
करें यह उपाय
पुत्रदा एकादशी के दिन जातक स्नान कर व्रत का संकल्प लें। इसके बाद लड्डू गोपाल को स्नान कराकर पीला फूल और चंदन अर्पण करें। संतान गोपाल मंत्र का यथा संख्यक बार जाप करें। हो सके तो 11 माला का जाप करें। एक तुलसी माला लड्डू गोपाल को अर्पण करें। माखन और मिश्री का भोग लगाएं। इससे ईश्वर विष्णु प्रसन्न होंगे और आपकी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।