पुष्य नक्षत्र से जुड़ा ऐसा दुर्लभ संयोग नहीं बना 400 वर्षों में…
इस साल नवंबर का महीना ग्रह-नक्षत्रों के दुर्लभ योग-संयोगों से भरा हुआ है। दीपावली वाले इस माह के आरम्भ में ही शुक्र गोचर और शनि मार्गी जैसे अहम बदलाव हो रहे हैं। तत्पश्चात, 4 नवंबर 2023 को शनि पुष्य एवं 5 नवंबर 2023 को रवि पुष्य योग का संयोग बन रहा है। इतना ही नहीं शनि और रविपुष्य के साथ अष्ट महायोग का संयोग बन रहा है। पुष्य नक्षत्र से जुड़ा ऐसा दुर्लभ संयोग बीते 400 सालों में नहीं बना है। इस प्रकार दिवाली से पहले ही कीमती चीजों की खरीदारी करने तथा शुभ कामों की आरंभ के लिए ये दो दिन बहुत शुभ और अहम रहेंगे।
पुष्य नक्षत्र में जन्मे जातकों का स्वभाव:-
कैसे होते हैं पुष्य नक्षत्र में जन्में जातक?
पुष्य नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अतिविशिष्ट, सर्वगुण संपन्न और भाग्यशाली होते हैं। ज्योतिष जानकारों के मुताबिक, इस नक्षत्र में जन्मे जातक महान कर्म करने वाले, बलवान, कृपालु, धार्मिक, धनी, विविध कलाओं के ज्ञाता, दयालु तथा सत्यवादी होते हैं। मान्यता है कि प्रभु श्रीराम का जन्म भी पुष्य नक्षत्र में ही हुआ था।
पुष्य नक्षत्र में जन्मीं स्त्रियों का स्वभाव
महिलाओं के लिए इस नक्षत्र को और भी प्रभावशाली माना गया है। इनमें जन्मीं कन्याएं अपने कुल-खानदान का यश चारों दिशाओं में फैलाती हैं तथा कई स्त्रियों को तो महान तपस्विनी की संज्ञा प्राप्त हुई है। जैसा कि बोला भी गया है- देवधर्म धनैर्युक्तः पुत्रयुक्तो विचक्षणः। पुष्ये च जायते लोकः शांतात्मा शुभगः सुखी। अर्थात्- जिस कन्या की उत्पति पुष्य नक्षत्र में होती है, वह शौभाग्य शाली, धर्म में रूचि रखने वाली, धन-धान्य एवं पुत्रों से युक्त सुंदर तथा पतिव्रता होती है।