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आइए जानते हैं एकादशी डेट, पूजा- विधि और सामग्री की पूरी लिस्ट
हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है. एकादशी तिथि ईश्वर विष्णु को समर्पित होती है. इस दिन विधि- विधान से ईश्वर विष्णु की पूजा- अर्चना की जाती है. एकादशी व्रत करने से मौत के पश्चात मोक्ष की प्राप्ति होती है. हिंदू पंचांग के मुताबिक हर माह में दो बार एकादशी तिथि पड़ती है. एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में. वर्ष में कुल 24 एकादशी पड़ती हैं. फरवरी माह में 2 एकादशी पड़ रही हैं. फरवरी में माघ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी और माघ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी पड़ रही हैं.
मुहूर्त-
- एकादशी तिथि शुरू – फरवरी 05, 2024 को 05:24 पी एम बजे
- एकादशी तिथि खत्म – फरवरी 06, 2024 को 04:07 पी एम बजे
- पारण (व्रत तोड़ने का) समय – 7 फरवरी को, 07:04 ए एम से 09:19 ए एम तक
- पारण तिथि के दिन द्वादशी खत्म होने का समय – 02:02 पी एम
मुहूर्त-
- एकादशी तिथि शुरू – फरवरी 19, 2024 को 08:49 ए एम बजे
- एकादशी तिथि खत्म – फरवरी 20, 2024 को 09:55 ए एम बजे
- पारण (व्रत तोड़ने का) समय – 21 फरवरी को 06:55 ए एम से 09:13 ए एम तक
- पारण तिथि के दिन द्वादशी खत्म होने का समय – 11:27 ए एम
एकादशी पूजा- विधि-
- सुबह शीघ्र उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं.
- घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें.
- भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें.
- भगवान विष्णु को पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें.
- अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें.
- भगवान की आरती करें.
- भगवान को भोग लगाएं. इस बात का विशेष ध्यान रखें कि ईश्वर को केवल सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है. ईश्वर विष्णु के भोग में तुलसी को जरूर शामिल करें. ऐसा माना जाता है कि बिना तुलसी के ईश्वर विष्णु भोग ग्रहण नहीं करते हैं.
- इस पावन दिन ईश्वर विष्णु के साथ ही माता लक्ष्मी की पूजा भी करें.
- इस दिन ईश्वर का अधिक से अधिक ध्यान करें.
एकादशी व्रत पूजा सामग्री लिस्ट
- श्री विष्णु जी का चित्र अथवा मूर्ति
- पुष्प
- नारियल
- सुपारी
- फल
- लौंग
- धूप
- दीप
- घी
- पंचामृत
- अक्षत
- तुलसी दल
- चंदन
- मिष्ठान