आइए जानते हैं, ब्रेस्ट साइज से जु़ड़े कई मिथकों और उनकी सच्चाई के बारे में…
ब्रेस्ट साइज लड़कियों या स्त्रियों की पर्सनालिटी में काफी अहम किरदार निभाते हैं. ब्रेस्ट का ठीक आकार स्त्रियों और लड़कियों की पर्सनालिटी को निखारने का काम करते हैं. साथ ही इससे स्त्रियों के आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है. वहीं जिन स्त्रियों के स्तन सामान्य से कम होते हैं, उनपर कोई भी आउटफिट निखरकर नहीं आते हैं. बता दें कि स्त्रियों के बीच स्तनों के साइज को लेकर कई मिथक फेमस हैं. जिनको अधिकांश लोग सच मान बैठते हैं. आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको ब्रेस्ट साइज से जु़ड़े कई मिथकों और उनकी सच्चाई के बारे में बताने जा रहे हैं.
समान रहता है ब्रेस्ट साइज
अधिकतर लोगों को लगता है कि स्त्रियों के स्तन का आकार पूरी उम्र एक समान रहता है. लेकिन यह एक बड़ा मिथ है. क्योंकि वेट बढ़ने के साथ ही स्त्रियों के स्तनों के आकार में भी परिवर्तन आता है. स्त्रियों के स्तनों का आकार उम्र के अनुसार बदलता रहता है. इसलिए यह मिथक गलत है.
ब्रेस्टफीड से ढीले हो जाते हैं स्तन
अक्सर लोग यह सोचते हैं कि ब्रेस्टफीड करवाने से स्त्रियों के स्तन ढीले या फिर लटकने लगते हैं. जबकि ऐसा सोचना भी बिलकुल गलत है. स्तनपान करवाने से स्तत ढीले नहीं होते हैं. लेकिन सच्चाई यह है कि बढ़ती उम्र के साथ ही स्तन ढीले होने लगते हैं. ऐसे में आपको फिक्र करने की आवश्यकता नहीं है. ऐसे में आप बिना डरे शिशु को स्तनपान करवा सकती हैं.
एक्सरसाइज से बढ़ता है ब्रेस्ट साइज
अगर किसी लड़की के ब्रेस्ट का आकार छोटा है. तो वह आकर्षित नहीं लगते हैं. ऐसे में उनको एक्सरसाइज या फिर योग करने की राय दी जाती है. स्तन ऊतकों से बने होते हैं, न कि मांसपेशियों से. एक्सरसाइज करने से मसल्स मांस बढ़ता है, लेकिन इससे ब्रेस्ट साइज के आकार में परिवर्तन नहीं आता है.
मिल्क प्रोडक्डशन
कई स्त्रियों को लगता है कि स्तन का साइज बड़ा होता है, तो मिल्क प्रोडक्शन भी बढ़ता है. लेकिन इस बात में जरा भी सच्चाई नहीं है. ब्रेस्ट साइज का और मिल्क प्रोडक्शन का दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है. कई बार स्तनों का आकार बढ़ा होने के बाद भी दूध का उत्पादन पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाता है.
बंद हो जाता है किशोरावस्था के बाद स्तनों का बढ़ना
अपने जीवन के हर पड़ाव पर स्त्रियों को शरीर में परिवर्तन का सामना करना पड़ता है. ज्यादातर लोगों को लगता है कि किशोरावस्था के बाद ब्रेस्ट साइज का बढ़ना बंद हो जाता है. हांलाकि हार्मोनल बदलावों या फिर अन्य कारणों की वजह से स्तनों का आकार प्रभावित हो सकता है.