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ठंड मे खाना है डबल फ्राइ कचरी तो जाए समस्तीपुर जिले की इस दुकान पर

 ठंड में लोग चटपटा खाने को ढूंढते हैं इस ठंड में यदि डबल फ्राई कचरी खाना है तो यह दुकान परफेक्ट है समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर मालीनगर विद्यालय के नजदीक अजय डबल फ्राई कचरी बनाते हैं जिसका स्वाद चखते ही आप क्या टेस्ट है कहे बिना नहीं रह पाएंगे क्योंकि स्वाद ही कुछ ऐसा होता है कि इनके यहां डबल फ्राई कचरी खाने के लिए लोग 3 बजते ही टूट पड़ते हैं यहां रोजाना 15 किलो प्याज की कचरी बनाई जाती है यह दो से तीन घंटा में लोग चट कर जाते हैं

डबल फ्राई होने के कारण बढ़ता है स्वाद
यहां की कचरी डबल फ्राई होने के कारण काफी टेस्टी होती है आमतौर पर बाजार में जो कचरी बनाई जाती है, वह एक ही बार में निकाल लिया जाता है पर यहां पर कचरी को डबल फ्राई की जाती है कचरी बनाने में दुकानदार सबसे पहले प्याज को अच्छे से छान लेते हैं उसे बारीकी से पतले साइज में काट लेते हैं

प्याज काटने के बाद उसमें नमक, अदरक, पेस्ट, अजमाइन, बेसन सहित अन्य प्रकार के के मसाले डालकर बनाया है परंतु यहां के कच्ची टेस्टी होने के कारण विशेषता यह है कि जब कचरी एक बार फ्राई के लिए जाता है तो उसे एक फ्राई में निकलने के बाद उसे दबा दिया जाता है फिर कचरी को फ्राई किया जाता है दोबारा फ्राई करने से कचरी का टेस्ट बढ़ जाता है

15 रुपया पीस है एक का दाम
बातचीत के दौरान दुकानदार अजय कुमार ने कहा कि मेरे यहां जो कचरी बनाई जाती है, वह डबल फ्राई होती है डबल फ्राई कचरी होने के बाद स्वाद अलग हो जाता है इसका नतीजा है कि इस कचरी को लोग काफी पसंद करते हैं कई वर्षों से हमारे यहां कचरी बनाई जाती हैं, लेकिन खास बात तो यह है कि हम अधिक देर तक यह समान नहीं बेचते है हम करीब 2 से 3 घंटा ही कचरी बेचते हैं इसी दौरान हमारा करीब 15 किलो प्याज का कचरी लोग चट कर जाते हैं एक कचरी का मूल्य 5 रुपए होता है, जिसका साइज भी थोड़ा बड़ा होता है हमारे यहां के डबल फ्राई कचरी खाने के लिए काफी दूर-दूर से लोग आते हैं और बड़े चाव से कचरी खाते है

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