लाइफ स्टाइल

न्यू ईयर पर पहाड़ों की यात्रा करने की बना रहे हैं योजना, तो रखें इन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान

पहाड़ों में भूस्खलन आम बात है खासकर हिल स्टेशनों के आसपास भूस्खलन की घटनाएं आम हैं बरसात के मौसम के अलावा, सर्दियों में बर्फ पिघलने के दौरान भी भूस्खलन होता है कब किस पहाड़ से मलबा और पत्थर गिर जाएं, कुछ बोला नहीं जा सकता यदि ऐसा हुआ तो न केवल जान-माल का हानि होगा बल्कि अरबों की संपत्ति का भी हानि होगा भूस्खलन के कारण पर्यटकों के फंसे होने की भी खबरें आई हैं

खैर, प्राकृतिक आपदाओं को रोकना हमारे हाथ में नहीं है लेकिन हम स्वयं सावधान रह सकते हैं यदि आप पहाड़ों पर पैदल यात्रा कर रहे हों और अचानक भूस्खलन प्रारम्भ हो जाए तो लोग अक्सर डर जाते हैं लेकिन आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है इस घटना के दौरान आप अपनी सुरक्षा कैसे कर सकते हैं, इसके बारे में यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं

पहाड़ों की यात्रा की योजना बनाने से पहले इन जरूरी बातों को ध्यान में रखें
अगर आप किसी पहाड़ी स्थान पर जा रहे हैं तो जाने से पहले वहां की जानकारी जरूर ले लें पहले से ही रिसर्च कर लें कि यह मौसम पहाड़ों पर जाने के लिए उपयुक्त है या नहीं जिस जगह पर आप जाने की योजना बना रहे हैं, वहां के मौसम, प्रशासन और मार्गों के बारे में भी जानकारी एकत्र करें

भूस्खलन की स्थिति में इन बातों का रखें ध्यान
सड़कों या पहाड़ियों पर दिखाई देने वाली दरारें भूस्खलन का प्रारंभिक संकेत हैं इस पर ध्यान दें और ऐसे इलाकों को अविलंब छोड़ दें

खराब मौसम की स्थिति में प्रशासन द्वारा अनुशंसित सुरक्षित स्थानों पर जाने और रहने की राय दी जाती है
अगर आप पहाड़ों की यात्रा पर हैं तो प्रशासन की चेतावनी को नजरअंदाज न करें नहीं तो आप मुसीबत में पड़ सकते हैं
रोमांच अपनी स्थान है, लेकिन खतरे भी अपनी स्थान हैं इसलिए, असामान्य चीज़ों जैसे पत्थरों के टूटने की आवाज़ आदि पर ध्यान दें
आपातकालीन स्थिति में घबराएं नहीं, बल्कि शांति से काम लें और नजदीकी शिविर ढूंढने का कोशिश करें

ये बातें जानना भी महत्वपूर्ण है
जानें कि भूस्खलन की स्थिति में बचाव दल को कैसे संकेत दें इससे आपको बहुत शीघ्र सहायता मिल सकती है
यात्रा प्रारम्भ करने से पहले उन जगहों के बारे में जानकारी हासिल कर लें जहां सबसे अधिक भूस्खलन होता है यदि अगले कुछ दिनों में भूस्खलन की संभावना हो तो यहां जाने का जोखिम न उठाएं
कई लोग पहाड़ों पर ट्रैकिंग के लिए जाते हैं लेकिन ध्यान रखें कि यदि आप ट्रैकिंग करना चाहते हैं तो पहले रूट जान लें आप चाहें तो किसी भी घटना से बचने के लिए अपने साथ एक गाइड ले जा सकते हैं, ताकि फंसने पर आप सरलता से निकल सकें

Related Articles

Back to top button