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सैनिक स्कूल एंट्रेंस एग्जाम 28 जनवरी को, फॉलो करें ये टिप्स

अखिल भारतीय सैनिक विद्यालय सोसाइटी के द्वारा संचालित देशभर के 33 सैनिक विद्यालय एवं सार्वजनिक निजी भागीदारी में संचालित 19 सैनिक विद्यालय में कक्षा 6 और 9 में प्रवेश को लेकर 28 जनवरी 2024 को देशभर के 186 परीक्षा केंद्रों पर राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के द्वारा प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाएगा सैनिक विद्यालय प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने वाली संस्था कौटिल्य एकेडमी के शिक्षक रौशन कुमार ने बेहतर अंक स्कोर करने के लिए कई जरूरी टिप्स सांझा किए हैं

बातचीत में शिक्षक रौशन कुमार ने कहा कि सैनिक प्रवेश परीक्षा में शामिल होने वाले बच्चों का सिलेबस पूरा हो चुका है अब उन्हें रिवीजन कराया जा रहा है उन्होंने कहा कि परीक्षा में बेहतर अंक स्कोर करने के लिए बच्चों को प्रैक्टिस सेट के साथ पिछले साल के प्रश्न पत्रों को भी निर्धारित समय में हल करने का अभ्यास करना चाहिए इससे बेहतर अंक प्राप्त करने के साथ परीक्षा का डर भी मन से खत्म होगा

प्रश्नों का पैटर्न और समय
रोशन कुमार ने कहा कि कक्षा 6 की प्रवेश परीक्षा में लैंग्वेज पेपर हिंदी या अंग्रेजी विषय से 25 प्रश्न पूछे जाते हैं जिसमें प्रत्येक प्रश्न दो अंक का होगा, गणित संबंध में तीन अंकों के 50 प्रश्न पूछे जाएंगे, इंटेलिजेंस में दो अंकों के 25 प्रश्न और सामान्य ज्ञान में दो अंकों के 25 प्रश्न पूछे जाएंगे कुल परीक्षा 125 प्रश्न और 300 अंकों की होगी सभी प्रश्नों को हल करने के लिए अभ्यर्थियों को 150 मिनट दिए जाएंगे लिखित परीक्षा में बेहतर अंक स्कोर करने वाले बच्चों का इसके बाद मेडिकल जांच की जाएगी लिखित परीक्षा एवं मेडिकल जांच परीक्षा क्वालीफाई करने वाले बच्चों को मेरिट के आधार पर सैनिक विद्यालय में नामांकन के लिए सीट आवंटित की जाएगी

इन टॉपिक पर बच्चों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता
शिक्षक रोशन कुमार ने कहा कि लैंग्वेज पेपर में बच्चों को गद्यांश, उपसर्ग और प्रत्यय, पर्यायवाची शब्द, कारक, क्रिया, काल, गणित संबंध में संख्या प्रद्धति, प्रतिशत, लाभ-हानि, अनुपात- समानुपात, एकिक नियम, क्षेत्रमिति, इंटेलिजेंस में अंक पद्धति, दर्पण प्रतिबिंब और जल प्रतिबिंब, वेन आरेख, सामान्य ज्ञान में वाद्य यंत्र के वादक की जानकारी, लोक नृत्य राज्य के अनुसार, विश्व के बड़े और छोटे भौतिक भूगोल, राज्य के मुताबिक मिट्टी की जानकारी, संगठनों के नाम, प्राचीन इतिहास, मध्य कालीन इतिहास और आधुनिक इतिहास की प्रमुख घटनाक्रम पर बच्चों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है

सैन्य सेवा में करियर बनाते हैं अधिकतर छात्र
रोशन कुमार ने कहा कि सैनिक विद्यालय की आरंभ साल 1961 में तत्कालीन रक्षा मंत्री वीके कृष्ण मेनन द्वारा इंडियन आर्मी के अधिकारी संवर्ग के बीच क्षेत्रीय और वर्ग असंतुलन को दूर करने के लिए की गई थी | सैनिक विद्यालयों का प्राथमिक उद्देश्य विद्यार्थियों को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) और भारतीय नौसेना अकादमी (आईएनए) में प्रवेश के लिए शैक्षणिक, मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार करना है सेना सेवा में करियर बनाने वाले विद्यार्थियों के लिए आज भी पहली पसंद सैनिक विद्यालय में दाखिला लेना होता है

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