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इस महादेव मंदिर में पूजा अर्चना से निःसंतान व्यक्ति को होती है संतान की प्राप्ति

लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क महादेव अपने भक्तों पर किसी न किसी रूप में कृपा अवश्य करते हैं उनके आशीर्वाद से एक वर्ण के राजा, निःसंतान आदमी को भी संतान की प्राप्ति होती है दरभंगा में भी महादेव अलग रूप और नाम से विराजमान हैं गंगेश्वरनाथ महादेव की स्थापना सन् 1902 में जिले के रघुनाथपुर देवरी ने संतान प्राप्ति के लिए की थी

यहां एक भव्य शिव मंदिर भी बनाया गया था यदि आप गंगेश्वरनाथ महादेव मंदिर के चारों ओर देखें, तो आपको एक तरफ एक बड़ी झील और दूसरी तरफ एक श्मशान घाट मिलेगा लोग यहां आते हैं और बच्चे पैदा करते हैं

गंगेश्वरनाथ का यह मंदिर श्मशान घाट में स्थित है

जैसे महादेव को भूतों से भी अधिक लगाव होता है लोग उन्हें भूतनाथ के नाम से भी जानते हैं ऐसे में इस श्मशान घाट में स्थित यह गंगेश्वर नाथ भक्तों को संतान प्राप्ति का आशीर्वाद देता है वैसे तो मिथिलांचल और खासकर दरभंगा में पौराणिक वस्तुओं का संग्रह बोला जा सकता है यह आपको हर स्थान मिल जाएगा

इस बारे में विशेष जानकारी देत हुए रघुनाथपुर देवरी के सदस्य ने कहा कि साल 1902 में इस गंगेश्वरनाथ महादेव की स्थापना हमारे पूर्वजों ने की थी हम दूसरी जगहों से बच्चों के लिए आए और यहां बस गए और घर में एक भी ईंट जोड़ने से पहले यह मंदिर बनाया गया था

संत रामानन्द मिश्र, जानकी रमण मिश्र और काशी नरेश यहाँ प्रासंगिक हैं

मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या और काशी के संतों को यहां आमंत्रित किया गया था जो सवा वर्ष तक यहां भजन कीर्तन करता रहा यह पूर्व राजस्व मंत्री जानकी रमन मिश्रा का जन्मस्थान है और संत रामानंद मिश्र का जन्मस्थान भी है उन्होंने बोला कि काशी नरेश इसी रघुनाथपुर देवरी के पौत्र प्रतीत होते हैं यहां वर्ष में दो बार भव्य आयोजन के साथ पूजा की जाती है इस गंगेश्वरनाथ महादेव मंदिर में शिवरात्रि के दिन काफी भीड़ रहती है, वहीं अक्षय नवमी के दिन भी यहां भक्तों की भीड़ देखी जाती है

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