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दर्श अमावस्या पर करें ये उपाय, कुंडली के सभी दोषों से मिलेगी मुक्ति

Darsh Amavasya 2024: दर्श अमावस्या का सनातन धर्म में का विशेष महत्त्व है. पंचांग के मुताबिक दर्श अमावस्या कृष्ण पक्ष की आखिरी तिथि को मनाया जाता है. वर्ष 2024 में यह 7 मई को पड़ रहा है. इस विशेष दिन को पितरों और पूर्वजों के श्राद्ध करने की परंपरा है. साथ ही, कुंडली के चंद्र गुनाह सहित अन्य सभी दोषों से मुक्ति पाने के लिए यह श्रेष्ठ दिन है. आइए जानते हैं, दर्श अमावस्या के अवसर पर किए जाने वाले खास उपाय, जिस करने से सुख-शांति में वृद्धि होती है.

चंद्र गुनाह मुक्ति के उपाय

जिन लोगों की कुंडली में चंद्र गुनाह है, उन्हें दर्श अमावस्या को सफेद वस्तुओं का दान करना करना चाहिए. दर्श अमावस्या के दिन ब्राहमणों को दुग्ध भोज करवाएं. गरीबों को दूध का दान करें. संध्या में दूध से चंद्रमा को अर्घ्य देने से चंद्र गुनाह दूर होते हैं. इस दिन चंद्र यंत्र की वकायदा करने से भी चंद्र गुनाह दूर होता है.

सर्व ग्रह शांति के उपाय

दर्श अमावस्या के दिन सभी ग्रहों की शांति के लिए एक काले कपड़े के टुकड़े में एक कच्चा नींबू, तांबा, पीतल और लोहे का एक-एक सिक्का और 7 लौंग लेकर उसकी पोटली बना लें. फिर इस पोटली को अपने घर के मेन गेट पर लटका दें. कुछ दिनों बाद इस पोटली को उतार लें और काला कपड़ा सहित सभी सामग्रियों को एक-एक बहते हुए जल में बहा दें.

धन प्राप्ति के उपाय

धन प्राप्ति के लिए दर्श अमावस्या के दिन कौड़ी का तरीका करना फायदेमंद होता है. इस दिन लाल रंग की 11 कौड़ियां लेकर गंगाजल से धो लें. फिर धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा कर सभी कौड़ियों को लक्ष्मीजी के चरणों में रख दें. पूजा के अगले दिन कौड़ियों को तिजोरी में या धन रखने की स्थान पर रख दें.

पितरों की आत्मा की शांति के उपाय

यदि किसी को पितृ गुनाह बाधा है और उन्नति रुक गई है, तो उन्हें दर्श अमावस्या के दिन गोदान करना चाहिए. जो व्यक्त गाय दान करने में समर्थ नहीं हैं, उन्हें 11 गायों को चारा खिलाना चाहिए. आप चाहें गौशाला में चारा दान भी कर सकते हैं.

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