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जाने, 16 या 17 अप्रैल कब है रामनवमी, इस दिन खास मुहूर्त में करें हनुमानजी की पूजा

रामनवमी का पर्व पूरे राष्ट्र में धूमधाम से मनाया जाता है मान्यता है कि इस दिन ईश्वर श्रीराम का जन्म हुआ था सनातन धर्म में रामनवमी का बहुत खास महत्व है देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के मशहूर ज्योतिषाचार्य पं नंदकिशोर मुद्गल ने Local 18 को कहा कि रामनवमी का पर्व हर वर्ष चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है

इस वर्ष रामनवमी का पर्व 17 अप्रैल को मनाया जाएगा रामनवमी का दिन ईश्वर राम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है ज्योतिषाचार्य ने Local 18 को कहा कि हनुमान जी ईश्वर राम के सबसे प्रिय भक्त हैं रामनवमी के दिन बजरंगबली की पूजा करने से ईश्वर राम बहुत प्रसन्न होते हैं लेकिन, हनुमान जी की पूजा शुभ मुहूर्त और विधि-विधान से करनी चाहिए ऐसा करने से भक्त के ऊपर कभी भी संकट नहीं आता है

रामनवमी पूजा मुहूर्त
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि की आरंभ 16 अप्रैल दोपहर 1 बजकर 23 मिनट से हो रही है और समाप्ति अगले दिन यानी 17 अप्रैल को दोपहर 03 बजकर 14 मिनट को हो रहा है उदया तिथि को मानते हुए रामनवमी का त्योहार 17 अप्रैल को मनाया जाएगा हालांकि रामनवमी के दिन ईश्वर हनुमान की पूजा मध्य मुहूर्त में की जाती है, इसलिए रामनवमी के दिन 11 बजकर 30 मिनट से लेकर 12 बजकर 32 मिनट तक शुभ मुहूर्त रहने वाला है

हनुमानजी को अवश्य करें इन चीजों का अर्पण
भगवान हनुमान को लाल रंग बहुत पसंद है, इसलिए लाल रंग का पुष्प अर्पण करें जैसे गुड़हल, गुलाब आदि वहीं, भोग में लड्डू हनुमान जी को बहुत पसंद है साथ ही हनुमान जी को चमेली का ऑयल और सिंदूर का चोला चढ़ाएं ऐसा करने से भक्तों को विशेष फल की प्राप्ति होगी

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