आज हनुमान जयंती पर इन उपायों से दूर होंगी हर परेशानियां
गुमला के आंजन धाम को हनुमान जी की जन्मस्थली के रूप में जाना जाता है। मान्यता के अनुसार, यहां ईश्वर हनुमान जी का जन्म हुआ था। माता अंजनी की गोद में हनुमान जी अपने बाल स्वरूप में विराजमान हैं। गौरतलब है कि चैत्र मास की पूर्णिमा को हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस साल यह त्यौहार आज 23 अप्रैल को मनाया जाएगा। आंजन धाम के पुजारी केदार नाथ पांडे ने कहा कि यदि इस दिन कुछ विशेष तरीका किए जाएं तो आपके जीवन की हर कठिनाई दूर हो सकती है।
इन तरीकों से दूर होंगी समस्याएं…
– सबसे पहले स्नान कर सही हो जाएं और साफ और लाल या गेरुवा वस्त्र धारण करें। या सिर्फ़ लाल रंग की धोती पहने तो यह और भी शुभ होगा। हनुमान जी को चोला चढ़ाएं। साथ ही, चोला चढ़ाते समय चमेली के ऑयल का एक दीपक हनुमानजी को दिखाकर सामने रख दें।
– फिर हनुमानजी को गुलाब के फूल की माला पहनाएं और केवड़े का इत्र हनुमानजी की मूर्ति के दोनों कंधों पर थोड़ा-थोड़ा छिड़के। अब हनुमान जी को एक साबुत पान के पत्ते में गुड़ और चने का भोग लगाएं।
– भोग लगाने के बाद हनुमान जी के पास बैठकर तुलसी की माला से ‘राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे, सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने’ मंत्र का कम से कम 5 माला जप करें।
– अब हनुमानजी को चढ़ाई गई माला से एक फूल तोड़ कर, उसे एक लाल कपड़े में लपेटकर अपने धन रखने वाले जगह या तिजोरी में रख दें। इससे निश्चित ही धन संबंधी परेशानी से मुक्ति मिलेगी।
– बरगद के पेड़ से एक पत्ता तोड़कर इसे साफ पानी से धो लें। फिर हनुमानजी को अर्पित करें। कुछ देर बाद इस पर केसर से श्रीराम लिखें और इस पत्ते को पर्स में रखें। वर्ष भर आपका पर्स पैसों से भरा रहेगा। धन की आवक बनी रहेगी। फिर होली पर पत्ते को बहती नदी में प्रवाहित कर दें और इसी तरह से एक और पत्ता अभिमंत्रित करके अपने पर्स में रख लें।
बिगड़े काम बनाने के लिए करें ये उपाय
पारद को रसराज भी बोला जाता है। पारद से बनी हनुमान जी की प्रतिमा की पूजा करने से बिगड़े काम भी बन जाते हैं। इससे निर्मित हनुमान जी की प्रतिमा को घर में रखने से सभी प्रकार के वास्तु गुनाह दूर होते हैं, साथ ही घर का वातावरण भी सही और स्वच्छ होता है। साथ ही रोजाना पूजा करने से घर में किसी प्रकार के जादू टोना या तंत्र का असर नहीं होता है और न ही साधक पर किसी तंत्र का असर पड़ता है।
– यदि किसी को पितृदोष हो, तो रोजाना पारद हनुमान जी की प्रतिमा की पूजा करें। इससे पितृदोष खत्म हो जाता है।
– हनुमान जन्मोत्सव की शाम हनुमान जी के समक्ष एक सरसों के ऑयल और एक सही घी का दीपक जलाएं। और हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमानजी की कृपा पाने का ये एक अचूक तरीका है।