MP Crime: इस शहर में दुकान के बाहर कचरा फेंकने पर एक युवक की गोली मारकर कर दी गई हत्या
MP Crime News: छतरपुर में रविवार को दुकान के बाहर कचरा फेंकने पर एक पुरुष की गोली मारकर मर्डर कर दी गई। घटना ईशानगर पुलिस स्टेशन के सामने की है। यहां किराना की दुकान चलाने वाले मोहित रैकवार की उसके पड़ोसी टेलर ने गोली मारकर मर्डर कर दी गई। घटना की वजह आरोपी के दुकान के बाहर कचरा फेंकना बताई जा रही है। दोनों के बीच आए दिन छोटा मोटा टकराव होता रहता है, लेकिन यह टकराव गोली मारने तक पहुंच गया। घटना के बाद पुरुष को जिला हॉस्पिटल मे भर्ती कराया गया, लेकिन उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। घटना के बाद पुलिस ने मुद्दा दर्ज कर आरोपी की तलाश प्रारम्भ कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, ईशानगर के देशराज रैकवार का बड़ा बेटा कुनाल रैकवार और छोटा बेटा मोहित रैकवार कस्बे में पुलिस स्टेशन के सामने किराना की दुकान चलाते हैं। इनके पड़ोस में टीकमगढ़ जिले के लिधौरा कस्बे का मुकेश पाल सिलाई की दुकान चलाता है। दोनों दुकानदारों के बीच कचरा फेंकने को लेकर आए दिन झगड़ा होता रहता था। इस आए दिन के टकराव से नाराज होकर शनिवार दोपहर साढ़े 3 बजे अचानक मुकेश अपने 26 वर्षीय पड़ोसी दुकानदार मोहित रैकवार के पास पहुंचा और गैरकानूनी कट्टे से फायर कर सीने में गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया और मौके से भाग गया।
सामने आई पुलिस की लापरवाही
जानकारी लगते ही पुलिस पुलिस स्टेशन से बाहर निकली और घायल को क्षेत्रीय हॉस्पिटल पहुंचाया। यहां के ड्यूटी चिकित्सक ने घायल को प्राथमिक इलाज देते हुए जिला हॉस्पिटल रेफर कर दिया। परिजन ने 108 एंबुलेंस के लिए कॉल किया, पर मौके पर नहीं पहुंची। इसके बाद परिजन प्राइवेट गाड़ी से घायल को जिला हॉस्पिटल लेकर गए। पूरे मुद्दे में पुलिस की ढिलाई भी सामने आ रही है। परिजनों का बोलना है कि पुलिस जिला हॉस्पिटल तक आई लेकिन उन्होंने न ही घायल के बयान दर्ज किए और न ही परिजन से घटना की जानकारी ली। मृत्यु के बाद पुलिस वाले गायब हो गए।
पहले भी हो चुका था विवाद
परिजनों ने पुलिस को कहा कि डेढ़ महीने पहले भी मृतक के बड़े भाई कुनाल से भी आरोपियों का टकराव हो चुका था। उस समय आरोपी ने शराब के नशे में गाली गलौज किया था। जिसे थाना पुलिस ने समझाइश देकर शांत करा दिया था, लेकिन इसके बाद भी टकराव शांत नहीं हुआ। क्योंकि आए दिन दोनों एक-दूसरे की दुकान के सामने सुबह की झाड़ू लगाने के बाद कचरा लगा देते थे।
रिपोर्ट: हरीश गुप्ता, छतरपुर