ED ने नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को दिया बड़ा झटका
ED Attaches Assets in National Herald Case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार को नेशनल हेराल्ड मुकदमा में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को बड़ा झटका दिया। प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मुद्दे में कांग्रेस पार्टी के मुखपत्र नेशनल हेराल्ड से जुड़ी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) और यंग इण्डिया की 751.9 करोड़ रुपये की संपत्तियों को अस्थायी रूप से बरामद कर लिया है।
एक बयान में एजेंसी ने बोला कि उसकी जांच के दौरान यह पता चला कि एजेएल के पास दिल्ली, मुंबई और लखनऊ जैसे हिंदुस्तान के कई शहरों में फैली अचल संपत्तियों के रूप में 661.69 करोड़ रुपये की आय थी। मेसर्स यंग भारतीय (वाईआई) के पास एजेएल के इक्विटी शेयरों में निवेश के रूप में 90.21 करोड़ रुपये की आय है।
इस कार्रवाई के बाद कांग्रेस पार्टी सांसद और लोकसभा सचेतक मनिकम टैगोर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया- “पनौती मोदी ने प्रवर्तन निदेशालय को नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों को गैरकानूनी रूप से बरामद करने का आदेश दिया। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में उनकी हार होगी।”
ईडी की जांच न्यायालय के आदेश के बाद प्रारम्भ की गई थी, जिसने एक निजी कम्पलेन पर संज्ञान लिया था। न्यायालय ने माना कि सात आरोपियों ने प्रथम दृष्टया फर्जीवाड़ा और बेईमानी से संपत्ति अर्जित कर आपराधिक षड्यंत्र की है।
बयान में बोला गया है कि आरोपी व्यक्तियों ने यंग इण्डिया के माध्यम से एजेएल की सैकड़ों करोड़ रुपये की संपत्ति हासिल करने के लिए आपराधिक षड्यंत्र रची थी। एजेएल को समाचार पत्र प्रकाशित करने के उद्देश्य से हिंदुस्तान के विभिन्न शहरों में रियायती दरों पर जमीन दी गई थी, लेकिन 2008 में उसने अपना प्रकाशन कार्य बंद कर दिया। इसके बाद संपत्तियों का इस्तेमाल व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए करना प्रारम्भ कर दिया।
कहा जाता है कि नेशनल कांग्रेस पार्टी पार्टी (AICC) को इससे 90.21 करोड़ रुपये मिले। बता दें कि इससे पहले भी प्रवर्तन निदेशालय सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछताछ कर चुकी है। कहा जाता है कि वर्ष 2010 में AJL के पास 1057 शेयर होल्डर थे।
इसकी होल्डिंग घाटा होने पर YIL को ट्रांसफर कर दी गई। यंग इण्डिया लिमिटेड को उसी वर्ष प्रारम्भ किया गया था। इसमें उस समय कांग्रेस पार्टी पार्टी के महासचिव राहुल गांधी डायरेक्टर के रूप में शामिल हुए थे। उनकी कंपनी में 76 फीसदी हिस्सेदारी थी। उनकी मां सोनिया गांधी भी इसमें शामिल थीं।