तेलंगाना : रिजल्ट जारी होने के 30 घंटे के अंदर सात छात्रों ने की आत्महत्या
ज्यादातर मुद्दे हैदराबाद के बाहर के जिलों से हैं
किसी ने जाल बिछाया तो किसी ने तालाब या कुएं में कूदकर खुदकुशी कर ली। ज्यादातर घटनाएं हैदराबाद के बाहरी क्षेत्र खम्मम, राजेंद्रनगर, मेहबूबाबाद और कोल्लूर जिलों में दर्ज की गई हैं. इस वर्ष जेईई मेन्स परीक्षा का परिणाम आ गया था. पूरे राष्ट्र में 56 उम्मीदवारों ने 100 फीसदी अंक हासिल किए, जिनमें अकेले तेलंगाना से 15 उम्मीदवार शामिल हैं. पिछले तीन वर्षों की बात करें तो जेईई मेन्स में तेलंगाना से टॉपर्स की संख्या सबसे अधिक रही है. इंटरमीडिएट की परीक्षा में 9 लाख 80 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। 11वीं में 61.06 फीसदी, 12वीं में 69.46 प्रतिशत विद्यार्थी पास हुए हैं।
इस बार नतीजे पिछले वर्ष की तुलना में दो सप्ताह पहले जारी किए गए हैं. जो विद्यार्थी फेल हो गए हैं वे 24 मई से दोबारा परीक्षा दे सकते हैं. प्रधान सचिव (शिक्षा) बुर्रा वेंकटेशम ने विद्यार्थियों से निराशा न करने की अपील की है। नए सिरे से तैयारी करके परीक्षा में कामयाबी पाएं. यह केवल एक परीक्षा है, आपका पूरा जीवन नहीं. आज राष्ट्र में ऐसे कई आईएएस अधिकारी हैं, जो थर्ड डिविजन में शामिल होने के बाद भी अपने सपनों को पूरा करने में सफल रहे हैं. इसलिए अधिक चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। विद्यार्थियों को तनाव मुक्त करने के लिए टीएसबीआईई द्वारा परामर्शदाताओं की भी प्रबंध की गई है.
बोर्ड ने जारी किया टोल फ्री नंबर
बोर्ड ने बोला कि टेली-मानस (टेली-मेंटल हेल्थ असिस्टेंस एंड नेटवर्किंग अक्रॉस द स्टेट्स) सेवा विद्यार्थियों को रिज़ल्ट और परीक्षा की घोषणा के दौरान प्रदान की जाती है. 14416 टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है। आंकड़ों के मुताबिक, 2019 में परिणाम के बाद 22 विद्यार्थियों ने खुदकुशी कर ली। वहीं परीक्षाओं में पुनर्मूल्यांकन प्रक्रिया पहले से ही बुद्धिजीवियों के निशाने पर है। राष्ट्रीय क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार, 2022 में 12522 विद्यार्थियों ने खुदकुशी की है. जिसमें तेलंगाना में 5% से भी कम बच्चे हैं. सबसे अधिक महाराष्ट्र में 13.5 फीसदी यानी 1764, तमिलनाडु में 1416 यानी 10.9 फीसदी और मध्य प्रदेश में 10.3 फीसदी यानी 1340 हैं. आंकड़ों के मुताबिक, 2022 में तेलंगाना में 10 हजार से अधिक लोगों ने खुदकुशी की है।