37वें राष्ट्रीय खेलों में बोकारो की दो खिलाड़ी का चयन हुआ लगोरी खेल के लिए
बोकारो। शहर की बेटियां अब राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में नाम रोशन कर रही हैं। 26 अक्टूबर से 9 नवंबर तक गोवा में आयोजित होने वाले 37वें राष्ट्रीय खेलों में एमजीएम हायर सेकेंडरी विद्यालय की कक्षा 9 की दो खिलाड़ी तृप्ति झा और स्नेहा कुमारी का चयन लगोरी खेल के लिए हुआ है। लगोरी भारतीय संस्कृति का प्राचीन खेल है, जो हिंदुस्तान गवर्नमेंट द्वारा मान्यता प्राप्त है।
विद्यालय के शिक्षक राजीव सिंह ने कहा कि खिलाड़ियों का चयन झारखंड लगोरी संघ के द्वारा बेहतर प्रदर्शन के आधार पर किया गया है। गवर्नमेंट द्वारा भारतीय संस्कृति से जुड़ी हुई खेलों को बढ़ावा देकर खिलाड़ियों का प्रोत्साहन बढ़ाया है और इससे हिंदुस्तान के पारंपरिक खेलों को दुनिया के सामने लाने का सुनहरा अवसर प्राप्त होगा।
पढ़ाई के साथ-साथ खेल भी जरूरी
लगोरी की खिलाड़ी तृप्ति और स्नेहा ने कहा कि 5 से 6 नवंबर को कैंपल स्पोर्ट्स विलेज के कैम्पल ओपन ग्राउंड में लगोरी प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। तृप्ति बताती हैं कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल भी महत्वपूर्ण है। इससे मानसिक और शारीरिक तौर पर हम फिट होते हैं। साथ ही, एक टीम स्पिरिट की भी भावना जागती है। यह चीजें हमारी पढ़ाई में भी काफी सहायता करती हैं। वही, स्नेहा बताती हैं कि बचपन से ही गली मोहल्ले में लगोरी खेला करती थी। लेकिन यह नहीं पता था कि आगे चलकर राष्ट्रीय खेलों में चयन होगा। इस चयन से हम काफी खुश हैं और प्रयास रहेगी कि जीत कर शहर का नाम रोशन करें।
जाने क्या है लगोरी खेल
लगोरी खेल हिंदुस्तान का पारंपरिक खेल है। इसे 37वें राष्ट्रीय खेल गोवा में शामिल किया गया है। लगोरी खेल दो टीमों के बीच खेला जाता है, जिसमें सात पत्थर कि लगोरी बनाई जाती है। टीम का मकसद होता है कि उस लगोरी को गेंद से गिराया जाए। जिस टीम ने लगोरी को गिराया उसी टीम को उसे वापस बनाना होता है। वहीं विरोधी टीम का मकसद बॉल मारकर आपको आउट करना होता है। यदि आपने सारे पत्थर एक के ऊपर एक लगा दिए तो आपकी टीम जीत जाएगी।