मनी लॉन्ड्रिंग मामले की इस बात सुनकर हंसते-हंसते लोटपोट हुए अधिकारी
साहेब, आपके विरुद्ध और कई अन्य ऑफिसरों के विरुद्ध जादू-टोना यानी तंत्र-मंत्र कराया जा रहा है। यह तंत्र-मंत्र की कार्रवाई दिवाली की रात से प्रारम्भ हुई है जो अगले दो दिनों तक चलेगी। इसके लिए पश्चिम बंगाल से विशेष तौर पर कुछ बड़े स्तर के तांत्रिकों को बुलाया गया है। …। ये शब्द /इनपुट्स सियासी गलियारों, ब्यूरोक्रेसी से लेकर कई अन्य बड़े स्तर के कारोबारियों के बीच में रहने वाले एक मुखबिर के हैं, जो मूल रूप से झारखंड का रहने वाला है। उसके द्वारा ही इस मुद्दे में जांच एजेंसी को यह जानकारी साझा किया गया ।
राजनीतिक गलियारा हो या मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े आरोपियों के बीच केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय के नाम का खौफ है। यह जांच एजेंसी आरोपियों के लिए एक तरह के खौफ का पर्याय और पीड़ित लोगों के लिए इन्साफ का एक बड़ा आसरा है, लेकिन पिछले कुछ समय से झारखंड, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय की कई बड़ी कार्रवाई लगातार चल रही है।
जादू-टोना और अंधविश्वास की बात सुनते हुए हंसते-हंसते लोटपोट हुए अधिकारी
इसी कार्रवाई से परेशान होकर झारखंड में कुछ आरोपियों के द्वारा पश्चिम बंगाल से विशेष तौर पर तंत्र-मंत्र विद्या में निपुण तांत्रिकों को झारखंड में बुलाया गया और उनसे यह निवेदन किया गया कि जो अधिकारी और जांच एजेंसी उसके विरुद्ध काम कर रही है और लगातार एक्शन ले रही है। उनके विरुद्ध तंत्र-मंत्र से रोका जा सके और कार्रवाई करने वाले ऑफिसरों का व्यक्तिगत तौर पर, आर्थिक तौर पर और सामाजिक तौर पर उसका हानि या उसका ट्रांसफर हो सके। जिसका लाभ उन आरोपियों को हो जाए, इसलिए जादू-टोना करने के लिए तांत्रिकों द्वारा अनुष्ठान करवाया गया।
इस मुद्दे की जानकारी एक मुखबिर द्वारा जांच एजेंसी को हुई, हालांकि जांच एजेंसी के ऑफिसरों को जब इस मुद्दे की जानकारी हुई तो अधिकारी और कर्मचारी हंसते-हंसते लोटपोट हो गए। यहां तक की प्रवर्तन निदेशालय मुख्यालय में भी जब वरिष्ठ ऑफिसरों को जब इस मुद्दे की जानकारी हुई तो वो ही हंसते-मुस्कुराते हुए इस मुद्दे की जानकारी लेने में बहुत दिलचस्पी लेते हुए नजर नहीं आए। हालांकि हमारे कुछ सूत्र बताते हैं कि कुछ अधिकारी जो झारखंड से जुड़े मुद्दे की तफ्तीश में जुटे हुए हैं। उनके परिजन भावुक हो गए और परेशान होकर अधिकारी को ही प्यार से डांटने लगे। खासतौर पर बुजुर्ग माता-पिता,पत्नी नाराज होकर जॉब छोड़ने की बात कहने लगे, लेकिन बाद में इस अंधविश्वास के बारे में बताकर अधिकारी अपने आपको संतुष्ठ कर लिया।
तांत्रिक ढूंढ रहे थे वरिष्ठ जांच अधिकारी की तस्वीर
जांच एजेंसी के सूत्र बताते हैं की जैसी की उनके मुखबिर ने उन्हें जानकारी साझा की है। उन तांत्रिकों के द्वारा संबंधित जांच अधिकारी की तस्वीर भी तंत्र-मंत्र के लिए मांगी गई थी, लेकिन अधिकारी की शक्ल कोई तांत्रिक या आरोपी पहचानता ही नहीं था। न ही उसकी तस्वीर सोशल मीडिया सर्च इंजन में मौजूद थी, इसलिए मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए उन तांत्रिकों ने प्रवर्तन निदेशालय मुख्यालय और रांची स्थित प्रवर्तन निदेशालय जोनल ऑफिस की तस्वीर को सामने रखकर तांत्रिकों ने अपने अंधविश्वास संबंधित खानापूर्ति को पूरा किया और इस कार्य हेतु लाखों-रुपये चार्ज किया।
हालांकि इस मुद्दे में न तो कहीं कोई औपचारिक तौर पर कोई कम्पलेन दर्ज हुई है, न ही कोई कम्पलेन दर्ज करवाना चाहते हैं और न तो कोई भी अधिकारी औपचारिक तौर पर इस मसले पर खुलकर कहना चाहते हैं, लेकिन यह बात भी सच है कि अधिकारी से इस मुद्दे पर वो खुलकर हंसते जरूर हैं और कहते हैं कि आपको भी इस मुद्दे की जानकारी हो गई। खैर, जो कुछ भी हो जांच एजेंसी का डर तो कई आरोपियों के लिए काफी अर्थ रखता है।