झारखण्ड

मंत्री आलमगीर की बढ़ेगी परेशानी, पीएस के नौकर के यहां 25 करोड़ मिलने पर बोले…

रांची . झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव कुमार लाल के घरेलू सहायक जहांगीर के घर मिले नोटों की गिनती जारी है. बरामद धनराशि 30 करोड़ के ऊपर जा सकती है. पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारी मशीनों से गिनती में जुटे हैं.

जहांगीर रांची में हरमू स्थित सर सैयद रेजिडेंसी में रहता है. उसे पगार के तौर पर महज कुछ हजार रुपए मिलते थे. यह तय बताया जा रहा है कि धनराशि की साधन की जांच प्रारम्भ होते ही इसकी आंच मंत्री आलमगीर आलम तक भी पहुंचेगी. आलमगीर झारखंड में कांग्रेस पार्टी विधायक दल के नेता भी हैं. बतौर मंत्री उनके अधीन ग्रामीण विकास और संसदीय कार्य विभाग हैं.

इस बीच मंत्री आलमगीर आलम ने कहा, “मैं प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी की समाचार टीवी पर देख रहा हूं. संजीव कुमार मुझसे पहले दो मंत्रियों के पीएस रह चुके हैं. अनुभव देखकर उन्हें अपना पीएस रखा था. इससे अधिक इस मुद्दे में अभी कुछ भी बोलना मुनासिब नहीं होगा.

बता दें कि झारखंड के ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर रहे बीरेंद्र राम के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय ने फरवरी, 2023 में छापेमारी की थी, तब नगदी सहित करोड़ों की गैरकानूनी संपत्ति का पता चला था. बीरेंद्र राम इस मुद्दे में अभी कारावास में है और उनके विरुद्ध प्रवर्तन निदेशालय चार्जशीट भी फाइल कर चुकी है. इसी मुद्दे की जांच आगे बढ़ने पर अब मंत्री के पीएस संजीव कुमार लाल, इंजीनियर कुलदीप मिंज, बिल्डर मुन्ना सिंह सहित कई अन्य लोगों के नौ ठिकानों पर छापेमारी की गई है.

रांची के पीपी कंपाउंड में बिल्डर मुन्ना सिंह के ठिकानों से भी पांच करोड़ मिलने की समाचार है. कहा गया कि संजीव कुमार लाल के घरेलू नौकर जहांगीर आलम के गाड़ीखाना स्थित आवास से नोटों का जखीरा मिला. ये नोट भिन्न-भिन्न थैलों, बैग, आलमारी में रखे गए थे.

जहांगीर आलम को घरेलू कामकाज करने के एवज में महज कुछ हजार रुपए की पगार मिलती थी. यह बताया जा रहा है कि ये रुपए विभिन्न सरकारी योजनाओं में कमीशन और घूस के जरिए जुटाए गए थे. नोटों की गिनती के लिए पीएनबी के अफसरों को बुलाया गया है.

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