अमेरिकी विदेश मंत्री Antony Blinken ने फिलिस्तीन राष्ट्रपति महमूद अब्बास से की मुलाकात
रामल्ला (वेस्ट बैंक). इजराइल-हमास युद्ध पर अपनी पश्चिम एशिया कूटनीति के अनुसार अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रविवार को कब्जे वाले वेस्ट बैंक का दौरा किया, और फिलिस्तीन राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मुलाकात की. ब्लिंकन की इस यात्रा का उद्देश्य गाजा पट्टी में नागरिकों के कष्ट को कम करना और संघर्ष बाद के परिदृश्य में क्षेत्र के लिए खाका तैयार करने की शुरूआत करना है.
स्वास्थ्य ऑफिसरों ने कहा कि बिना किसी पूर्व घोषणा के ब्लिंकन ने कड़ी सुरक्षा के बीच बख्तरबंद वाहनों से रामल्ला की यात्रा की. उनके मुताबिक, उससे महज कुछ ही घंटे पहले इजराइली लड़ाकू विमानों ने गाजा पट्टी में एक शरणार्थी शिविर पर धावा किया था, जिसमें कम से कम 40 लोग मारे गए तथा दर्जनों अन्य घायल हुए हैं. अमेरिकी विदेश विभाग ने गोपनीयता बनाये रखी और तबतक इस यात्रा की पुष्टि नहीं की, जबतक ब्लिंकन वेस्ट बैंक से निकल न गए.
वहीं, क्षेत्रीय लोगों ने उनकी इस यात्रा तथा इजराइल के प्रति अमेरिका के समर्थन के विरोध में प्रदर्शन किया. कैमरे के सामने दोनों (ब्लिंकन और अब्बास) ने एक दूसरे का अभिवादन किया लेकिन बैठक किसी सार्वजनिक टिप्पणी के बगैर संपन्न हो गई. अभी यह साफ नहीं है कि कोई बयान का जारी नहीं होने का तात्पर्य यह तो नहीं है कि बैठक ठीक-ठाक नहीं रही.
अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बोला कि ब्लिंकन ने गाजा में जीवन रक्षक मानवीय सहायता की आपूर्ति और महत्वपूर्ण सेवाएं बहाल करने के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता दोहरायी तथा साफ किया कि फलस्तीनियों को जबरन विस्थापित नहीं किया जाना चाहिए.
मिलर ने बोला कि ब्लिंकन और अब्बास ने वेस्ट बैंक में शांति और स्थायित्व बहाल करने के प्रयासों पर चर्चा की जिनमें फलस्तीनियों के विरूद्ध चरमपंथी अत्याचार रोकना तथा ऐसा करने वालों को जवाबदेह ठहराया जाना शामिल है. उनका इशारा इजराइल द्वारा बसाये गये लोगों द्वारा की जाने वाली अत्याचार की ओर था. अब्बास के साथ यह बैठक ब्लिंकन की पश्चिम एशिया की यात्रा के तीसरे दिन हुई है. हमास द्वारा सात अक्टूबर को इजराइली शहरों पर अकस्मात धावा किये जाने के बाद लड़ाई प्रारम्भ होने के उपरांत ब्लिंकन की पश्चिम एशिया की यह दूसरी यात्रा है.