माल्टा में मिलीं दुनिया की दो महाशक्तियां
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जेक सुलिवन ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से माल्टा में मुलाकात की। माल्टा यूरोप में एक द्वीप राष्ट्र है। दोनों नेताओं ने ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता की अहमियत पर बात की।
दुनिया की दो सबसे बड़ी महाशक्तियों के नेताओं के बीच 16-17 सितंबर को माल्टा में मुलाकात हुई। दोनों राष्ट्र लगातार वार्ता के जरिए तनावपूर्ण संबंध सुधारने में लगे हुए हैं। व्हाइट हाउस ने रविवार को बोला कि इस मुलाकात का मकसद प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रों के बीच तनावपूर्ण संबंधों और शक के दौर में जिम्मेदारीपूर्ण संबंध को बनाए रखना है।
12 घंटे दोनों नेताओं के बीच हुई चर्चा
व्हाइट हाउस ने बोला कि सुलिवन और वांग के बीच साफ, ठोस और रचनात्मक चर्चा हुई, क्योंकि दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाएं वार्ता बरकरार रखने की प्रयास कर रही हैं। सुलिवन और वांग के बीच इससे पहले मई में वियना में वार्ता हुई थी। दोनों ऑफिसरों ने माल्टा में दो दिनों में लगभग 12 घंटे एक साथ बिताए।
व्हाइट हाउस ने बोला कि सुलिवन और वांग ने दोनों राष्ट्रों के बीच संबंधों, अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों, यूक्रेन में रूस के युद्ध और ताइवान जलडमरूमध्य पर चर्चा की। उन्होंने आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस, नशीला पदार्थ विरोधी प्रयासों और चीन में हिरासत में लिए गए अमेरिकी नागरिकों की स्थिति पर भी वार्ता की।
गौरतलब है कि बड़े स्तर पर व्यापार साझेदारी के बावजूद वाशिंगटन और बीजिंग स्वयं को प्रतिस्पर्धी के रूप में देखते हैं। दोनों ही राष्ट्रों ने आने वाले महीनों में कई अहम क्षेत्रों में वार्ता के लिए एक रणनीतिक चैनल को बनाए रखने को लेकर प्रतिबद्धता जताई है।
जी-20 में क्यांग से मिले थे बाइडेन
इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन ने हाल में हिंदुस्तान में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान चीन के पीएम ली क्यांग से बात की थी। बाइडेन ने उस समय बोला था कि ली से उन्होंने स्टेबिलिटी के बारे में चर्चा की और यह एकदम भी टकरावपूर्ण नहीं थी।
बाइडन ने प्रशांत क्षेत्र में चीन के असर को संतुलित करने के लिए जापान, दक्षिण कोरिया, भारत, वियतनाम और अन्य के साथ संबंधों को मजबूत करने पर काम किया है। उन्होंने पिछले रविवार को वियतनाम की राजधानी हनोई में बोला था कि यह साझेदारी चीन के साथ कोल्ड वॉर को लेकर नहीं हैं। बाइडेन ने बोला था, यह चीन को कंट्रोल करने को लेकर नहीं है, यह अंतरराष्ट्रीय आर्थिक विकास के लिए एक स्थिर आधार पाने के बारे में है। फिर भी यह साझेदारी प्रतिस्पर्धी दबावों से भरी हुई है।
चीन-अमेरिका के बीच चल रहा तनाव
बाइडेन प्रशासन ने इस वर्ष की आरंभ में अमेरिकी महाद्वीप में घुसे एक चीनी गुब्बारे को मार गिराया था। इसके बाद चीन की गवर्नमेंट ने अमेरिका की वाणिज्य मंत्री गिना रायमोंडो का ईमेल हैक कर लिया था। वहीं, अमेरिकी प्रशासन ने चीन को एडवांस कंप्यूटर चिप का निर्यात बैन कर दिया है।