कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का फिर बढ़ा खतरा
दुनिया कोविड-19 (Covid 19 Epidmic) से उबरने लगी है, लेकिनकोरोना का वायरस पीछा नहीं छोड़ रहा है। अब एक बार फिर कोरोना के नए घातक वेरिएंट (New Corona Variant) ने दुनिया की चिंता बढ़ा दी है। इस नए कोविड-19 वेरिएंट के रोगी तेजी से बढ़ते नजर आ रहे हैं। इसलिए पूरे विश्व के वैज्ञानिकों ने चिंता जताई है। ब्रिटेन में कोविड-19 के एक नए प्रकार (New Corona Variant in UK) ने दस्तक दे दी है। इस नए कोविड-19 वेरिएंट को ERIS नाम दिया गया है
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का खतरा!
यूके-व्यापी संस्करण को EG.5.1 बोला जाता है। इसका उपनाम EG.5.1 एरिस रखा गया है। इंग्लैंड के स्वास्थ्य ऑफिसरों के मुताबिक, यह वेरिएंट ओमीक्रॉन से तैयार किया गया है। कोरोना के इस नए प्रकार को ओमीक्रॉन वैरिएंट का उत्परिवर्तन बोला जा रहा है। इसके लक्षण बहुत आम हैं। फिलहाल इस वैरिएंट के मुद्दे तेजी से बढ़ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स से पता चला है कि यूनाइटेड किंगडम (यूके में एरिस) में कोविड-19 का नया स्ट्रेन पाया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रिटेन में एरिस नाम का एक कोविड वैरिएंट तेजी से फैल रहा है।
ब्रिटेन में एरिस वैरिएंट के मुद्दे बढ़ रहे हैं
शोधकर्ताओं के मुताबिक, कोविड-19 वायरस अभी भी लगातार म्यूटेशन के दौर से गुजर रहा है। चूंकि कोविड-19 वायरस बदलते परिवेश के हिसाब से स्वयं में परिवर्तन करता है, इसलिए नए वेरिएंट का खतरा लगातार बना रहता है। कोरोना को लेकर सभी राष्ट्रों को सावधान रहने की आवश्यकता है। यूके हेल्थ प्रोटेक्शन एजेंसी (यूकेएचएसए) के अनुसार, यूनाइटेड किंगडम में Covid-19 का एक नया स्ट्रेन तेजी से फैल रहा है, जिससे राष्ट्र में स्वास्थ्य ऑफिसरों के बीच चिंता बढ़ गई है।
एरिस के लक्षण क्या हैं?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एरिस कोविड-19 वैरिएंट के मुख्य लक्षण ओमीक्रॉन के समान हैं। इनमें गले में खराश, नाक बहना, बंद नाक, छींकें आना, सूखी खांसी, सिरदर्द, कफ के साथ खांसी, मांसपेशियों में दर्द और गंध की कमी शामिल है। इस बीच, कोविड-19 रोगियों में सांस लेने में तकलीफ, गंध महसूस न होना और बुखार अब मुख्य लक्षण नहीं रहे। वारविक यूनिवर्सिटी के वायरोलॉजिस्ट प्रोफेसर लॉरेंस यंग का मानना है कि मौजूदा खराब मौसम के कारण कोविड के मामलों में वृद्धि हो सकती है।
क्या आएगी कोविड की दूसरी लहर?
यूकेएचएसए रिपोर्ट के अनुसार, यूके में Covid-19 के कारण हॉस्पिटल में भर्ती होने की वर्तमान रेट प्रति 100,000 जनसंख्या पर 1.97% है। देश में हर सात में से एक कोविड-19 संक्रमित रोगी नए एरिस वैरिएंट से संक्रमित पाया गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक, इस नए वैरिएंट से ब्रिटेन समेत कई राष्ट्रों में कोविड की नयी लहर आने की संभावना है।