पाकिस्तान का हनी ट्रैप प्लान, भारतीय खुफिया एजेंसी में सेंध लगाने के लिए कर रहा ये काम
भारतीय खुफिया एजेंसियों ने हाल ही में पाया है कि पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (PIO) AI टूल्स और डीप फेक का इस्तेमाल कर डिफेंस और संवेदनशील विभाग से जुड़े लोगों को हनी ट्रैप कर उनसे संवेदनशील जानकारी इकट्ठा करने के फ़िराक़ में है। एजेंसी के सूत्रों ने खुलासा किया है कि इन दिनों वैलेंटाइन डे के मद्दे नज़र पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (PIO) के लोग संवेदनशील विभाग में काम करने वालों को फ़साने की प्रयास में है। इसके लिए वो प्यार की आड़ में, संवेदनशील जानकारी प्राप्त करने के लिए आधिकारिक प्रोफाइल को हैक करने के कोशिश में वैलेंटाइन से जुड़े कई मैलवेयर मैसेज और लिंक किए गए ग्राफिक्स, फोटो , चैट ग्रुप भेज रहे हैं।
इस तरह से पाक रच रहा साजिश
सूत्रों ने यह भी दावा किया कि कई अधिकारी संदेह के घेरे में हैं जिसकी जांच आगे की जा सकती है। जांच के दौरान यह भी पता चला कि ज्यादातर संदिग्ध स्त्रियों के प्रोफाइल AI टूल्स का इस्तेमाल कर बनाये गये थे जिनका नाम पायल, सोनिया, आरती, ममता और सुनीता था। पीआईओ द्वारा तैयार की गई ये प्रोफाइल वास्तविक, पुरानी और रेलायबल दिखती है और ये बनाई गई प्रोफ़ाइलें मॉडल, स्ट्रैगलिंग एक्ट्रेस, डायवर्स ली हुई स्त्री या एक जरूरतमंद स्त्री की होती है।
सूत्रों में यह भी कहा की जब भी कोई अधिकारी, जो किसी सरकारी संवेदनशील विभाग में काम करता है और वो सोशल मीडिया पर आता है तो उनसे वार्ता करने के लिए इन काल्पनिक पहचानों का इस्तेमाल किया जाता था। पीआईओ को अपने लक्ष्यों के बारे में अच्छी तरह से जानकारी होती है, जिससे उन्हें वार्ता में उलझाना और उन्हें फंसाना सरल हो जाता है। इन वार्ता के दौरान, वे ऑफिसरों के टेलीफोन पर उपस्थित डेटा के बदले सेक्शुअल फ़ेवर की भी वार्ता करते है। सूत्रों के मुताबिक, एआई टूल्स द्वारा तैयार किए गए कई डीपफेक वीडियो और तस्वीरों के जरिए लोगों को फंसाया जाता है।
सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि हाल ही में हुई घटनाओं के बाद, इंडियन आर्मी ने अपना स्वयं का एआई चैटबॉट बनाया है और यह चैटबॉक्स अपने स्वयं के सैनिकों को लुभाने और संभावित जासूसों की पहचान करने के उद्देश्य से डिज़ाइन किया है।