इजरायल अटैक में पाकिस्तान ने ढूंढा ‘मौका
हमास के हमले के बाद इजरायल और फिलिस्तीन के बीच प्रारम्भ हुई जंग में पाक को अपने लिए मौका मिल गया है और वह टू स्टेट थ्योरी की वकालत कर रहा है। पाक के कार्यवाहक प्रधान मंत्री अनवारुल अधिकार ने मध्य पूर्व में बढ़ती अत्याचार पर गहरी चिंता व्यक्त की है और दुनिया को फिलिस्तीनी मामले को संबोधित करने की तुरन्त जरूरत पर बल दिया है। वहीं, कतर और कुवैत ने इसके लिए इजरायल को उत्तरदायी ठहराया है।
पाकिस्तान का दो राज्यों का तर्क
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए पाक ने बोला कि हम पूरी घटना पर नजर रख रहे हैं। हम इस घटना के कारण जानमाल के हानि को लेकर चिंतित हैं।’ पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे को ‘दो राज्य’ सिद्धांत से जोड़ा और बोला कि पाक हमेशा मध्य पूर्व में स्थायी शांति के लिए दो-राज्य निवारण की वकालत करता रहा है।
पाकिस्तान ने बोला कि क्षेत्र में शांति तभी होगी जब फिलिस्तीन के मामले का निवारण न्यायपूर्ण ढंग से किया जाए। पाकिस्तान के अनुसार फिलिस्तीन की परेशानी का निवारण अंतर्राष्ट्रीय नियमों, संयुक्त देश के प्रावधानों और इस्लामिक काउंसिल संगठन के प्रावधानों के अनुसार किया जाना चाहिए।
पाकिस्तान ने एकतरफा बयान जारी कर बोला कि 1967 से पहले की स्थिति के समान सीमाओं और अल कुद्स अल शरीफ को इसकी राजधानी के साथ एक संप्रभु फिलिस्तीन की स्थापना की जानी चाहिए।
ईरान ने हमास के हमलों का समर्थन किया
कुवैत ने इज़रायल और फ़िलिस्तीनियों के बीच के घटनाक्रम पर गंभीर चिंता व्यक्त की है और इस ज़बरदस्त हमले के लिए इज़रायल को गुनेहगार ठहराया है। वहीं, ईरान ने हमास और फिलिस्तीनी लड़ाकों का समर्थन किया है। ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई के एक सलाहकार ने शनिवार को फिलिस्तीनी सेनानियों को शुभकामना दी। याह्या रहीम सफ़वी के हवाले से बोला गया, “फ़िलिस्तीन और येरुशलम की आज़ादी तक हम फ़िलिस्तीनी लड़ाकों के साथ खड़े रहेंगे।”
इज़राइल की नीतियां टाइम बम: अरब लीग
अरब लीग के अध्यक्ष अहमद अबुल घेइत ने गाजा में इजरायल के सेना अभियान और दोनों पक्षों के बीच सशस्त्र संघर्ष को खत्म करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा, इजराइल की हिंसक और चरमपंथी नीतियों का लगातार कार्यान्वयन एक समय बम है जो निकट भविष्य में इस क्षेत्र को स्थिरता की किसी भी आसार से वंचित कर रहा है।
यमन ने इसे गौरव और सुरक्षा की लड़ाई बताते हुए हमास का समर्थन किया
यमन की राजधानी सना पर नियंत्रण रखने वाले हौथी उपद्रवियों ने बोला कि वे वीरतापूर्ण जिहादी ऑपरेशन का समर्थन करते हैं। एक बयान में, समूह ने बोला कि हमले ने इज़राइल की कमजोरी और नपुंसकता को खुलासा किया है। यमन ने ऑपरेशन को सम्मान, प्रतिष्ठा और सुरक्षा की लड़ाई बताया।
क़तर ने फ़िलिस्तीन का पक्ष लिया
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध पर कतर के विदेश मंत्रालय ने बोला कि फिलिस्तीनी लोगों के साथ बढ़ती अत्याचार के लिए इजराइल ही उत्तरदायी है। उन्होंने दोनों पक्षों से धैर्य बरतने का आह्वान किया है।
कब्जे के उत्तर में हमास की कार्रवाई: लेबनान
इज़राइल के कट्टर शत्रु लेबनानी समूह हिजबुल्लाह ने बोला कि वह फिलिस्तीनी प्रतिरोध के नेतृत्व के साथ सीधे संपर्क में था और हमास के हमले को इज़राइल के लगातार कब्जे की प्रतिक्रिया के रूप में वर्णित किया।