इस शुभ अवसर पर नेता से लेकर अभिनेता सब बप्पा की भक्ति में डूबे
Mount Bromo Ganesh Idol: देशभर में गणपति की धूम है। हर कोई गणपति उत्सव के रंग में रंगा है। इस शुभ अवसर पर नेता से लेकर अदाकार सब बप्पा की भक्ति में डूबे हैं। महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे हों या महाराष्ट भाजपा के अध्यक्ष आशीष सेलार। राष्ट्र के करोड़ों घरों की तरह हर स्थान उत्सव चल रहा है। शिंदे के घर सलमान खान (Salman khan) और शाहरुख खान (Shahrukh khan) ने शिरकत की तो आमिर खान और मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी आशीष सेलार के घर पर हुई पूजा में शामिल हुए और गणपति बप्पा का आशीर्वाद लिया। उत्सव की चका चौंध के बीच अब आपको गणपति बप्पा की ऐसी महिमा के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे बहुत से लोग अबतक अनजान हैं।
ज्वालामुखी के मुहाने पर बैठे गौरी पुत्र गणेश!
आपने हिंदुस्तान के प्रसिद्ध गणेश मंदिरों की परिक्रमा करते हुए गजानन के कई रूपों के दर्शन किए होंगे। मुंबई के सिद्धिविनायक से लेकर पुणे के मयूरेश्वर और सवाईमाधोपुर के त्रिनेत्र गणपति से लेकर जयपुर के मोतीडूंगरी के गणेश जी की महिमा भी आपने सुनी होगी।
लेकिन क्या आपने कभी ऐसे मंदिर या स्थान के बारे में सुना है जो एक एक्टिव ज्वालामुखी के मुहाने पर है। यदि नहीं तो हम आपको बता दें कि इंडोनेशिया में 700 वर्ष पुरानी एक गणेश जी की प्रतिमा ज्वालामुखी के मुहाने विराजमान है।
भगवान साक्षात कर रहे रक्षा
यहां हर वर्ष सैकड़ों श्रद्धालु बप्पा के दर्शन करने को आते हैं। ये मूर्ति विदेशी सैलानियों के भी कौतूहल का प्रतीक है। ज्वालामुखी के मुहाने स्थित ये प्रतिमा ऐसी लगती है जैसे ईश्वर गणेश स्वयं ज्वालामुखी से लोगों की रक्षा कर रहे हों। बता दें, ज्वालामुखी के पास रहने वाले लोगों को टेनेगर कहते हैं, ये लोग अपने आराध्य के साथ ईश्वर गणेश की इस मूर्ती की भी रोज पूजन करते हैं।
पवित्र पर्वत पर है ज्वालामुखी
‘इंडोनेशियन डॉट कॉम’ में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार कुछ लोग इसे स्वयंभू स्थापित मूर्ति बताते हैं तो कुछ इसे इंडोनेशिया के निवासियों के पूर्वजों के पूजा-पाठ से जोड़कर देखते हैं। यह मूर्ति जिस पर्वत पर स्थापित है, उसका नाम माउंट ब्रोमो है, जिसकी गिनती राष्ट्र के पवित्र स्थलों में होती है। इस पर्वत का नाम ईश्वर ब्रह्मा के नाम पर रखा गया है। ये ज्वालामुखी ब्रोमो टेनेगर सेमेरू नेशनल पार्क में उपस्थित है। यहां उपस्थित सदियों पुराने मंदिरों को देखकर समझा जा सकता है कि इस राष्ट्र के लोग भी हिंदू भगवानों और देवी-देवताओं में अपनी अटूट श्रद्धा रखते हैं।