हमास की ओर से भी इजरायल पर अटैक, मोदी सरकार ने लॉन्च किया ये खास ऑपरेशन
इजरायल और हमास के बीच लगातार जंग जारी है। इजरायल गाजा पर मिसाइलें दाग रहा है। वहीं हमास की ओर से भी इजरायल पर अटैक हो रहे हैं। ऐसे में इजरायल में फंसे कई भारतीय जंग के हालात में फंसे हुए हैं। इजरायल में वॉर के बीचों-बीच फंसे हिंदुस्तानियों की वतन वापसी के लिए आज से एक नए ऑपरेशन की आरंभ हो रही है। गवर्नमेंट ने ऑपरेशन अजय लॉन्च किया है। इस ऑपरेशन के जरिए स्पेशल चार्जर फ्लाईट से हिंदुस्तानियों को वापस अपने राष्ट्र लाया जाएगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि इजरायल से लौटने को इच्छुक हमारे नागरिकों की वापसी के लिए ऑपरेशन अजय प्रारम्भ किया जा रहा है। इसके लिए विशेष चार्जर उड़ाने और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं। विदेशों में अपने नागरिकों की सुरक्षा और भालई के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
ऑपरेशन अजय के बारे में जानने योग्य बातें
भारतीयों को सुरक्षित राष्ट्र लौटने में सहायता के लिए विशेष चार्टर उड़ानें और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इसे ध्यान में रखते हुए मंत्री ने बोला कि विदेश में हमारे नागरिकों की सुरक्षा और भलाई के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
भारतीयों के पहले जत्थे को गुरुवार को एक विशेष उड़ान से इज़राइल से वापस लाए जाने की आशा है।
विशेष रूप से, इज़राइल में भारतीय दूतावास ने गुरुवार को विशेष उड़ान के लिए दर्ज़ भारतीय नागरिकों की पहली खेप पहले ही ई-मेल कर दी है।
एक्स पर बोला गया कि अन्य दर्ज़ लोगों को संदेश अगली उड़ानों के लिए भेजे जाएंगे।
इस बीच, दिल्ली में युद्धग्रस्त क्षेत्रों में स्थिति की नज़र करने और भारतीय नागरिकों को जानकारी और सहायता प्रदान करने के लिए ऑयल अवीव और रामल्लाह में एक चौबीसों घंटे चलने वाला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है और अलग इमरजेंसी हेल्पलाइनें स्थापित की गई हैं।
दिल्ली में नियंत्रण कक्ष के टेलीफोन नंबर 1800118797 (टोल-फ्री), 91-11 23012113, 91-11-23014104, 91-11-23017905 और 919968291988 हैं और ई-मेल आईडी सिचुएशनरूम@mea.gov.in है।
भारतीयों के पहले जत्थे को गुरुवार को एक विशेष उड़ान से इज़राइल से वापस लाए जाने की आशा है। मुंबई में इजराइल के महावाणिज्य दूत कोबी शोशानी ने बोला कि उन्हें मौजूदा लड़ाई में किसी भारतीय नागरिक के घायल होने या मारे जाने की कोई जानकारी नहीं है। जब संघर्ष प्रारम्भ हुआ तब अदाकारा नुसरत भरुचा हाइफ़ा तरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भाग लेने के लिए इज़राइल में थीं। अदाकार को सुरक्षित हिंदुस्तान वापस लाया गया। संघर्ष प्रारम्भ होने पर राज्यसभा सदस्य वानवेइरॉय खारलुखी सहित मेघालय के लगभग 27 लोग बेथलहम में फंसे हुए थे। विदेश मंत्रालय ने मिस्र में उनके सुरक्षित प्रवेश की प्रबंध की।