अंतर्राष्ट्रीय

भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को कतर की अदालत की ओर से सुनाई मौत की सजा

भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को कतर की न्यायालय की ओर से बृहस्पतिवार को मृत्यु की सजा सुनाए जाने पर हिंदुस्तान ने बोला कि वह इस निर्णय से बहुत ‘‘स्तब्ध’’ है और इस मुद्दे में सभी कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहा है

ये सभी आठ भारतीय नागरिक अल दाहरा कंपनी के कर्मचारी हैं जिन्हें पिछले वर्ष जासूसी के कथित मुद्दे में हिरासत में ले लिया गया था
कतर के ऑफिसरों की ओर से हिंदुस्तानियों के विरुद्ध लगाए गए आरोपों को सार्वजनिक नहीं किया गया है

अपनी प्रतिक्रिया में विदेश मंत्रालय (एमईए) ने बोला कि वह इस मुद्दे को ‘बहुत महत्व’ दे रहा है और सभी कानूनी विकल्प तलाश रहा है
मामले से वाकिफ लोगों के अनुसार, पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों में कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर पूर्णेन्दु तिवारी, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता, कमांडर अमित नागपाल और नाविक रागेश शामिल हैं

उन्होंने बोला कि सभी पूर्व नौसेना ऑफिसरों का भारतीय नौसेना में 20 वर्ष तक का ‘‘ बेदाग कार्यकाल’’ था और उन्होंने सेना बल में प्रशिक्षकों सहित जरूरी पदों पर कार्य किया था

विदेश मंत्रालय ने बोला कि उसे प्रारम्भ में जानकारी मिली कि कतर की एक न्यायालय ने आज अल दाहरा कंपनी के आठ भारतीय कर्मचारियों से जुड़े मुद्दे में निर्णय सुनाया है

मंत्रालय ने कहा, ‘‘हम मृत्यु की सजा सुनाए जाने के निर्णय से बहुत स्तब्ध हैं और निर्णय के विस्तृत ब्योरे की प्रतीक्षा कर रहे हैं हम परिवार के सदस्यों और कानूनी टीम के संपर्क में हैं हम सभी कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं’’

विदेश मंत्रालय ने बोला कि वह हिंदुस्तानियों को सभी राजनयिक परामर्श और कानूनी सहायता देना जारी रखेगा
मंत्रालय के एक बयान में बोला गया, ‘‘हम इस मुद्दे को बहुत महत्व देते हैं और इस पर बारीकी से नजर रख रहे हैं हम सभी तरह की राजनयिक और कानूनी सहायता देना जारी रखेंगे हम निर्णय को कतर के ऑफिसरों के समक्ष उठाएंगे’’

बयान में बोला गया है कि इस मुद्दे में कार्यवाही की सीक्रेट प्रकृति के कारण अभी कोई और टिप्पणी करना मुनासिब नहीं होगा
कतर में हिंदुस्तान के राजदूत ने राजनयिक पहुंच मिलने के बाद एक अक्टूबर को कारावास में बंद इन हिंदुस्तानियों से मुलाकात की थी

सूत्रों ने बोला कि अल दहरा सुरक्षा कंपनी के तहत, भारतीय पिछले कुछ सालों से कतर के नौसैनिकों को प्रशिक्षण दे रहे थे
उन्होंने बोला कि अल दहरा सुरक्षा कंपनी ने कतर के नौसैनिकों को प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करने के लिए कतरी ऑफिसरों के साथ कुछ व्यवस्थाएं की थीं

 



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