अफ्रीकी संघ के जी-20 में शामिल होने से चीन को लगा बड़ा झटका
G-20 की बैठक प्रारम्भ होने से पहले हिंदुस्तान एक बार फिर अपना दबदबा दिखाने में सफल रहा है। पीएम मोदी की सिफारिश पर अफ्रीकी संघ को जी-20 का स्थाई सदस्य बनाने की सहमति बन गई है। अब जल्द ही औपचारिकताएं पूरी करके अफ्रीकी संघ को भी जी-20 का हिस्सा बना लिया जाएगा। अफ्रीकी संघ के जी-20 में शामिल होने से चीन को बड़ा झटका लगा है। चीन नहीं चाहता था कि अफ्रीकी संघ को हिंदुस्तान की सिफारिश पर जी-20 का स्थाई सदस्य बनाया जाए। क्योंकि इससे हिंदुस्तान की साख अफ्रीकी राष्ट्रों में और बढ़ जाएगी। वहीं यूरोपीय संघ प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी की इस पैरवी के पक्ष में है।
यूरोपीय संघ ने शुक्रवार को बोला कि वह नयी दिल्ली में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में समूह के स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ का स्वागत करने को लेकर उत्साहित है। यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने हिंदुस्तान की अध्यक्षता में आयोजित हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन से एक दिन पहले यह बात कही। मिशेल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘यूरोपीय संघ जी20 के स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ का स्वागत करने को लेकर उत्साहित है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यूरोपीय संघ जी20 में अफ्रीकी संघ को शामिल किए जाने का समर्थन करता है।
पीएम मोदी ने जून में जी-20 नेताओं को अफ्रीकी संघ के लिए लिखी थी चिट्ठी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जून में जी20 नेताओं को पत्र लिखकर नयी दिल्ली में होने वाले शिखर सम्मेलन में अफ्रीकी संघ को इस समूह की पूर्ण सदस्यता दिए जाने की पैरवी की थी। इसके कई हफ्ते बाद जुलाई में कर्नाटक के हम्पी में हुई जी20 शेरपा की तीसरी बैठक में इस प्रस्ताव को शिखर सम्मेलन के लिए घोषणापत्र के मसौदे में औपचारिक रूप से शामिल किया गया था। प्रस्ताव पर आखिरी निर्णय जी20 शिखर सम्मेलन में लिया जाएगा। अफ्रीकी संघ 55 सदस्य राष्ट्रों का प्रभावशाली संगठन है, जिसमें अफ्रीकी महाद्वीप के राष्ट्र शामिल हैं।
यूक्रेन संघर्ष पर यूरोपी संघ ने कही ये बात
यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने बोला कि यूक्रेन में बेगुनाह नागरिकों पर रूस के हमले जारी हैं। यूरोपीय संघ इस हमले के विरुद्ध यूक्रेन का समर्थन करता रहेगा। उन्होंने कहा, ‘‘यूक्रेन संकट पर यूरोपीय संघ की स्थिति एकदम साफ है। हम यूक्रेन के विरुद्ध रूस के आक्रमण की आलोचना करते हैं। हम यूक्रेन संकट को हल करने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति के शांति फॉर्मूले का समर्थन करते हैं।’’ यह पूछने पर कि क्या जी20 के नेता यूक्रेन संघर्ष पर मतभेदों के बावजूद घोषणापत्र जारी करेंगे, इस पर यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष ने बोला कि अभी वार्ता चल रही है। (भाषा)