अंतर्राष्ट्रीय

रूस ने ऊर्जा संयंत्रों को निशाना बनाकर हमला करने के लिए एक अभियान किया शुरू

Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच बीते दो सालों से भी अधिक समय से जंग जारी है. रूस लगातार यूक्रेन पर हमले कर रहा है. इस बीच रूस की तरफ से किए गए ताजा मिसाइल और ड्रोन हमले में यूक्रेन के सबसे बड़े ऊर्जा संयंत्रों में से एक तबाह हो गया है. इन हमलों में कुछ इमारतों को भी हानि पहुंचा है. रूस ने ऊर्जा संयंत्रों को निशाना बनाकर धावा करने के लिए एक अभियान प्रारम्भ किया है, जिसके अनुसार यह कार्रवाई की गई है. ऑफिसरों ने कहा कि कीव, चर्कासी और जाइटॉमिर क्षेत्रों को बिजली की आपूर्ति करने वाले सबसे बड़े ऊर्जा संयंत्र ट्रिपिल्स्का पर कई बार धावा किया गया, जिससे ट्रांसफार्मर और जनरेटर नष्ट हो गए और संयंत्र में आग लग गई.

रूस लगातार कर रहा अटैक 

इससे पहले रूस ने यूक्रेन के एक गांव पर बुधवार (10 अप्रैल 2024) को जबरदस्त मिसाइल धावा किया था. इस हमले में राशन की दुकान और एक दवा की दुकान तबाह हो गई थी, साथ ही 14 वर्ष की एक किशोरी सहित तीन लोगों की मृत्यु हो गई थी. उत्तर पूर्वी खारकीव क्षेत्र के ऑफिसरों ने कहा था कि रूस की सीमा से करीब 10 किलोमीटर दूर यूक्रेन के लिपत्सी पर यह धावा किया गया था.

यूक्रेन ने किया था न्यूक्लियर प्लांट पर हमला 

रूस की तरफ से यह धावा ऐसे समय किया गया है जब हाल ही में यूक्रेन ने जापोरिज्जिया न्यूक्लियर प्लांट पर ड्रोन से धावा किया था.  न्यूक्लियर प्लांट पर हुए हमले को अंतर्राष्ट्रीय एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) ने भी खतरनाक कहा था. IAEA की तरफ से बोला गया था कि न्यूक्लियर प्लांट के पास ड्रोन धावा घातक है. IAEA ने बयान जारी कर ड्रोन हमलों की पुष्टि की थी. IAEA ने बोला था कि हमले में हुए हानि के कारण परमाणु सुरक्षा को खतरा पैदा नहीं हुआ, लेकिन यह एक गंभीर घटना है.

सैनिकों की कमी

यहां यह भी बता दें कि, रूस के साथ जंग लड़ रहे यूक्रेन के हजारों सैनिक अब तक मारे जा चुके हैं. ऐसे में हथियारों के साथ अब यूक्रेन में सैनिकों की कमी भी हो गई है. सैनिकों की कमी को पूरा करने के लिए यूक्रेन की संसद ने सेना में नए रंगरूट की जरूरी भर्ती के नियमों को तय करने संबंधी एक विवादास्पद कानून को स्वीकृति दी है. नए कानून के मसौदे पर यूक्रेन को लोगों की दिलचस्पी देखने को नहीं मिली है. यह कानून ऐसे समय में पारित हुआ है जब यूक्रेन जंग में होने की वजह से भारी हानि झेल चुका है और अभी लड़ाई थमने के आसार भी नजर नहीं आ रहे हैं.

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