ज़ापोरीज़िया बिजली संयंत्र पर ड्रोन हमला और रूस का नियंत्रण खतरनाक
वाशिंगटनः अमेरिका ने रूस से जापोरीज़िया परमाणु ऊर्जा संयंत्र से अपने सेना और नागरिक कर्मियों को वापस बुलाने को बोला है. साथ ही रूस यूक्रेन को उसका परमाणु संयंत्र सौंप दे. अमेरिकी विदेश विभाग की नियमित ब्रीफिंग में प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बोला कि अमेरिका बिजली संयंत्र पर ‘ड्रोन हमले’ की रिपोर्ट से अवगत है और वहां की स्थितियों पर नजर रख रहा है. मिलर ने बोला कि रूस घातक खेल खेल रहा है. ज़ापोरीज़िया बिजली संयंत्र पर ड्रोन धावा और रूस का नियंत्रण घातक है. इसलिए हम रूस से सेना और नागरिक कर्मियों को वापस लेने की मांग करते हैं.
रविवार को हुआ था ड्रोन हमला
वहीं, रूस के ऑफिसरों ने बोला कि ज़ापोरिज़िया परमाणु स्टेशन पर एक शटडाउन रिएक्टर के ऊपर गुंबद पर रविवार को यूक्रेन द्वारा धावा किया गया था. रूस का दावा है कि परमाणु संयंत्र पर ड्रोन धावा था जिसे 2022 में रूसी सेना ने अपने कब्जे में ले लिया था.
यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु संयंत्र है ज़ापोरीज़िया परमाणु स्टेशन
संयंत्र के ऑफिसरों के अनुसार, विकिरण का स्तर सामान्य था और हमले के बाद कोई जरूरी क्षति नहीं हुई. यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा स्टेशन ज़ापोरीज़िया परमाणु स्टेशन में सोवियत संघ द्वारा डिजाइन किए गए छह यूरेनियम-235 जल-ठंडा और जल-संचालित वीवीईआर-1000 वी-320 रिएक्टर शामिल हैं. अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, संयंत्र के प्रशासन के अनुसार, रिएक्टर नंबर एक, दो, पांच और छह कोल्ड शटडाउन में हैं, रिएक्टर नंबर तीन को रखरखाव के लिए बंद किया गया है और रिएक्टर नंबर चार को हॉट शटडाउन के रूप में जाना जाता है.
बता दें कि रूस ने यूक्रेन पर 24 फरवरी 2022 को धावा कर दिया था. दो वर्ष से चल रहे युद्ध में हजारों लोग मारे गए और लाखों लोग बेघर हो गए. दोनों तरफ से हजारों सैनिक भी मारे गए हैं. हालांकि किसी ने आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया.