इजरायल-हमास युद्ध से उत्तरी गाजा में चरम पर पहुंचा अकाल
इजरायल-हमास युद्ध के चलते गाजा में अकाल चरम पर पहुंच गया है. भुखमरी से फिलिस्तीनियों की जान को संकट है. ऐसे में संयुक्त देश भी बहुत चिंतित हो गया है. संयुक्त देश (संरा) की एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को बोला कि इजरायल और हमास के बीच युद्ध को छह महीने से अधिक समय बीत जाने और फिलस्तीनी क्षेत्र में खाद्य आपूर्ति पर इजरायल द्वारा कड़े प्रतिबंध लगाये जाने के कारण संकटग्रस्त उत्तरी गाजा में अकाल अब अपने चरम पर पहुंच गया है.
संरा विश्व खाद्य कार्यक्रम की अमेरिकी निदेशक सिंडी मैक्केन अब तक की पहली ऐसी प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय अधिकारी हैं, जिन्होंने उत्तरी गाजा में फंसे नागरिकों के अकाल से जूझने की पुष्टि की है. मैक्केन ने एनबीसी के ‘मीट द प्रेस’ को दिये इंटरव्यू में कहा, ”यह भयावह है. उत्तर में अकाल चरम पर है और यह स्थिति दक्षिण की ओर बढ़ रही है.” यह इंटरव्यू रविवार को प्रसारित होगा. उन्होंने बोला कि गाजा में तेजी से बढ़ते इस गंभीर मानवीय संकट का सामना करने के लिए संघर्ष विराम और जमीन और समुद्री मार्गों के जरिये सहायता पहुंचाने की रेट में भारी वृद्धि की आवश्यकता है.
23 लाख लोगों का जीवन खतरे में
गाजा में करीब 23 लाख लोग रहते हैं. इन सभी का जीवन भारी अकाल के चलते खतरे में पड़ गया है. इजरायल की ओर से इस मामले पर अभी कोई टिप्पणी नहीं आई है. गाजा में प्रवेश पर इजरायल का नियंत्रण है और उसका बोलना है कि वह भूमि सीमा के जरिये भोजन और अन्य मानवीय सहायता की अनुमति देना प्रारम्भ कर रहा है.