हार्ट अटैक के खतरे को कम करती है अर्जुन के पेड़ की छाल, इन बातों का रखें विशेष ध्यान
आयुर्वेद परंपरा की यदि बात की जाए तो आयुर्वेद शास्त्र में कई ऐसी औषधियों का वर्णन है जो कि मनुष्य को एकदम फिट रखती हैं। कुछ इसी तरह का वर्णन आपको अर्जुन के पेड़ के बारे में मिलेगा। अर्जुन की छाल एक आयुर्वेदिक औषधी है। आयुर्वेद में मुख्य रूप से इसका इस्तेमाल काढ़े के रूप में किया जाता है। यह इंफेक्शन, संक्रमण, गले की खराश, सर्दी-जुकाम जैसी परेशानियों को दूर करने में आपकी सहायता कर सकता है। इसके अतिरिक्त अर्जुन की छाल से स्वास्थ्य को कई फायदा हो सकते हैं। आज हम इस लेख में अर्जुन की छाल से स्वास्थ्य को होने वाले फायदा के बारे में बताएंगे।
चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी परिसर में संचालित बॉटनी विभाग के विभागाध्यक्ष डाक्टर विजय मालिक ने कहा कि अर्जुन के पेड़ की छाल दिल मरीजों के लिए काफी लाभ वाला होता है। वह बताते हैं कि अर्जुन की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से आप अपने दिल को स्वस्थ रख सकते हैं। इसके सेवन से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम किया जा सकता है। साथ ही यह गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है। इससे आपका दिल स्वस्थ हो सकता। आमतौर पर दिल मरीजों में देखा जाता है कि शरीर में ब्लॉकेज हो जाता है। जिससे कि दिल का दौरा पड़ने की संभावना बनती है। लेकिन यदि लोग अर्जुन के पेड़ की छाल का इस्तेमाल करेंगे। तो वह ब्लॉकेज होने नहीं देगा।
इस प्रकार करें काढ़ा तैयार
डॉ। विजय मालिक ने कहा कि अर्जुन की छाल को रात में सोने से पहले एक ग्लास पानी में भिगोकर रख दें। अगली सुबह इसे गर्म करें। फिर, इसमें काली मिर्च, तुलसी के पत्ते, अदरक, दालचीनी आदि चीजें डालकर काढ़ा तैयार करें। जब काढ़ा तैयार हो जाए, तो इसका सेवन करें। इस काढ़ा के सेवन से दिल बीमारी में बहुत लाभ मिल सकता है।
इन बातों का रखें विशेष ध्यान
प्रोफेसर विजय मलिक बताते हैं कि वह स्वयं अर्जुन की छाल के काढ़े का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि वह कहते हैं कि अर्जुन उन्हें सूट नहीं करता है। ऐसे में वह बीच-बीच में गैप भी देते रहते हैं। इसलिए यदि किसी को भी अर्जुन के पेड़ से कोई एलर्जी हो तो वह हर रोज इसका इस्तेमाल न करें ।जो लोग इसका काढ़ा नहीं पी सकते हैं। वह सभी चाय में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। जिस ढंग से चाय की पत्तियों को उबलते हैं। ऐसे ही आप अर्जुन की छाल को उबालकर पी सकते हैं।