स्वास्थ्य

पुरानी से पुरानी कब्ज को जड़ से खत्म करेंगे ये 3 योगासन

Yoga for constipation: कई बार ऐसा होता है कि जब-जब आप कुछ भी उल्टा-सीधा खाते हैं जैसे मैदे की चीजें, जंक फूड्स, मसालेदार फूड्स तो अगले दिन पेट अच्छी तरह से साफ नहीं होता है मल त्याग करने में एक-दो दिनों तक परेशानी महसूस होती है फिर कुछ घरेलू तरीकों को आजमाने से पेट खाली होता है, लेकिन कई बार 7 दिन में 3 बार या इससे भी कम मल त्याग हो तो समझ लें कि आप गंभीर रूप से कब्ज (constipation) से ग्रस्त हैं इस स्थित में कुछ को बवासीर हो जाता है पेट कई दिनों तक खाली ना हो तो भूख मर जाती है सारा दिन पेट फूला-फूला रहता है गैस, अपच, जलन आदि से आप परेशान रहते हैं ऐसे में बेहतर है कि क्रोनिक कब्ज का जितनी शीघ्र उपचार कराएं, उतना ही आपका संपूर्ण स्वास्थ्य ठीक बना रहेगा

कब्ज को दूर करने वाले योगासन (yoga poses to relieve constipation)
आप घरेलू नुस्खों, खानपान को ठीक करके कब्ज से राहत पा सकते हैं साथ ही कुछ योगासन के नियमित अभ्यास से भी कब्ज से बचाव होता है बाउल मूवमेंट ठीक बना रहता है चलिए जानते हैं कुछ ऐसे ही 3 आसन के बारे में जो कब्ज (kabj ke liye yogasan) को दूर करने में आपके लिए बहुत कारगर साबित हो सकते हैं

भुजंगासन (Cobra pose or Bhujangasana)
मेडिकलन्यूजटुडे में छपी एक समाचार के अनुसार, कोबरा मुद्रा या भुजंगासन (Bhujangasana) में शरीर को किसी भी तरह से ट्विस्ट करने की जरूरत नहीं होती है यह योगासन गैस और पेट की सूजन जैसे अन्य लक्षणों को कम करने में सहायता कर सकता है साथ ही कब्ज की परेशानी को भी दूर करता है फर्श पर पेट के बल लेट जाएं अपनी हथेलियों को अपने कंधों के नीचे रखें अपने श्रोणि (Pelvis) को जमीन पर रखते हुए अपनी छाती को फर्श से ऊपर उठाएं कोबरा आसन पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है और पाचन को सुधारता है इस आसन को नियमित करने से कब्ज की परेशानी से काफी हद तक राहत मिल सकती है

मलासन ( Garland Pose or Malasana)
मलासन भी काफी सरल योग है इसके लिए सबसे पहले अपने पैरों को फर्श पर सपाट करके, घुटनों को चौड़ा करके और हाथों को प्रार्थना की स्थिति में एक साथ दबाकर बैठ जाएं यह मुद्रा कूल्हों को खोलने में सहायता करती है और मल त्याग को सुविधाजनक बनाती है मलासन (Malasana) का अभ्यास आप नियमित रूप से करेंगे तो कब्ज से बचाव होगा साथ ही पैरों, पेल्विस आदि की मांसपेशियों को भी मजबूती मिलेगी जोड़ों में दर्द नहीं होगा आप सरलता से नीचे बैठ सकेंगे

धनुरासन (Bow Pose or Dhanurasana)
धनुरासन करने के लिए सबसे पहले अपने पेट के बल फर्श पर लेट जाएं अपने घुटनों को मोड़ें, अपने हाथों को पीछे ले जाकर अपनी टखनों को पकड़ें अब अपनी छाती और जांघों को फर्श से ऊपर उठाएं धनुष मुद्रा पेट की मांसपेशियों को फैलाती है पाचन अंगों की मालिश करती है और कब्ज से राहत दिलाने में बहुत कारगर है साथ ही पेट, पैरों की मांसपेशियों को मजबूती देने के साथ ही तनाव कम करता है पीठ को टोन करता है रीढ़ की हड्डियों को लचीला बनाता है

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