स्वास्थ्य

कलर ब्लाइंडनेस से पीड़ित लोगों को इस रंग के बीच अंतर करने में होती है परेशानी

हम इंसानों की दुनिया में रंगों का विशेष महत्व है… दैनिक जीवन से लेकर सामाजिक और व्यावहारिक जीवन तक रंगों का बड़ा असर पड़ता है यहां हर रंग का हमारे जीवन पर असर पड़ता है, इसलिए रंगों में अंतर न कर पाना अपने आप में एक बड़ी परेशानी हो सकती है

कई लोगों को रंगों के बीच अंतर करने में परेशानी होती है और लोग आमतौर पर इसे व्यावहारिक गलती मानकर नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन यह आंखों की एक गंभीर रोग है और इस लेख में हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे हैं

रंग अंधापन क्या है?

जी हां आपको बता दें कि आंखों की इस परेशानी को मेडिकल जगत में कलर ब्लाइंडनेस के नाम से जाना जाता है इससे पीड़ित आदमी सब कुछ देख सकता है, यहां तक ​​कि रंग भी, लेकिन वह इन रंगों के बीच अंतर नहीं कर पाता या उसे कुछ खास रंगों को पहचानने में परेशानी आती है उदाहरण के लिए, रंग अंधापन से पीड़ित लोगों को लाल और हरे या नीले और पीले रंग के बीच अंतर करने में कठिनाई होती है

इसके अतिरिक्त कलर ब्लाइंडनेस की स्थिति में आदमी को एक ही रंग के भिन्न-भिन्न शेड्स को पहचानने में भी परेशानी होती है वहीं, कुछ लोगों को गहरे रंग भी फीके लगते हैं और इस वजह से उन्हें फल, सब्जियां और कपड़े खरीदने में परेशानी आती है

रंग अंधापन का क्या कारण है?

अब बात करते हैं कि कलर ब्लाइंडनेस क्यों होता है, ज्यादातर मामलों में यह रोग वंशानुगत होती है इसका मतलब है कि यह माता-पिता से बच्चे में स्थानांतरित हो जाता है कुछ मामलों में आंख की चोट, हादसा या ब्रेन ट्यूमर के कारण भी कलर ब्लाइंडनेस की परेशानी उत्पन्न हो जाती है वहीं, मोतियाबिंद, ग्लूकोमा और डायबिटिक रेटिनोपैथी जैसी रोंगों के कारण भी कलर ब्लाइंडनेस की परेशानी हो जाती है दरअसल, इन समस्याओं के कारण आंखों में प्रकाश के प्रति संवेदनशील कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं और कलर ब्लाइंडनेस की स्थिति पैदा हो जाती है

कलर ब्लाइंडनेस को कैसे पहचानें

यदि किसी आदमी को लगता है कि उसे रंगों के बीच अंतर करने में मुश्किल हो रही है तो उसे किसी नेत्र जानकार से राय लेनी चाहिए नेत्र बीमारी जानकार कुछ आसान परीक्षणों के माध्यम से रंग अंधापन की परेशानी की पहचान करते हैं उदाहरण के लिए, चिकित्सक आपको कई बिंदुओं से बना एक वृत्त दिखा सकता है, जिसमें बिंदुओं से एक आकृति बनती हुई दिखाई देती है अगर आपको कलर ब्लाइंडनेस की परेशानी है तो आपके लिए इस आकृति को पहचानना कठिन होगा और यदि आपको कलर ब्लाइंडनेस की परेशानी नहीं है तो आप इसे सरलता से पहचान लेंगे

कलर ब्लाइंडनेस का उपचार क्या है?

कलर ब्लाइंडनेस के उपचार की बात करें तो आपको बता दें कि वंशानुगत कलर ब्लाइंडनेस की परेशानी का कोई उपचार नहीं है वहीं, यदि यह परेशानी किसी रोग के कारण उत्पन्न हुई है तो इसके उपचार से इसके असर को कम किया जा सकता है उदाहरण के तौर पर यदि मोतियाबिंद के कारण कलर ब्लाइंडनेस की परेशानी है तो ऐसी स्थिति में मोतियाबिंद की सर्जरी करके इसे ठीक किया जा सकता है इसके अलावा, कुछ परिस्थितियों में दृष्टि को बेहतर बनाने के लिए विशेष प्रकार के चश्मे या गैजेट का भी इस्तेमाल किया जाता है

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