फटी एड़ियों का आपकी सेहत से क्या संबंध है,जाने…
एड़ियों का फटना एक आम परेशानी है, खासकर सर्दियों के मौसम में, जो कई लोगों को प्रभावित करती है। जबकि लोग अक्सर महंगे मॉइस्चराइज़र और घरेलू उपचारों की ओर रुख करते हैं, लगातार फटी एड़ियाँ पोषण संबंधी कमियों सहित अंतर्निहित समस्याओं का संकेत दे सकती हैं। ठंड के मौसम में त्वचा नमी खोने लगती है, जिससे कठिनाई बढ़ जाती है। आज इस लेख के जरिए हम आपको बताएंगे कि फटी एड़ियों का आपकी स्वास्थ्य से क्या संबंध है-
फटी एड़ियों के कारण:
फटी एड़ियाँ अक्सर त्वचा में बढ़ती शुष्कता का रिज़ल्ट होती हैं, विशेषकर अपर्याप्त पानी के सेवन के कारण। लंबे समय तक ठंडी सतहों के संपर्क में रहना या ठंडे पानी के साथ लगातार संपर्क, जैसे ठंडे फर्श पर नंगे पैर चलना भी परेशानी में सहयोग दे सकता है। अगर ध्यान न दिया जाए तो ये दरारें भयावह घाव का कारण बन सकती हैं।
पोषक तत्वों की कमी:
पोषक तत्वों की कमी फटी एड़ियों के विकास में किरदार निभा सकती है। विटामिन सी, बी3 और विटामिन ई जैसे जरूरी पोषक तत्वों का अपर्याप्त सेवन, यदि परेशानी बनी रहती है तो जानकार की राय लेना और आहार में पोषक तत्वों की कमी को ठीक करना जरूरी है।
पैरों की स्वच्छता का अभाव:
जहां कई लोग अपने चेहरे और हाथों की त्वचा की देखभाल को अहमियत देते हैं, वहीं पैरों की स्वच्छता को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। पैरों की स्वच्छता पर ध्यान न देने से एड़ियाँ फट सकती हैं, क्योंकि पैर लगातार धूल के संपर्क में रहते हैं, फटी एड़ियों को रोकने और राहत देने के लिए पैरों की मुनासिब सफाई और मॉइस्चराइजिंग जरूरी है।
मधुमेह का प्रभाव:
मधुमेह त्वचा की समस्याओं में भी सहयोग दे सकता है, जिसमें फटी एड़ियाँ भी शामिल हैं। त्वचा में संक्रमण और त्वचा का मोटा होना मधुमेह के सामान्य लक्षण हैं, और उच्च रक्त शर्करा का स्तर इलाज प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न कर सकता है। यदि फटी एड़ियाँ पारंपरिक उपचारों का उत्तर नहीं देती हैं, तो मधुमेह से संबंधित जटिलताओं का पता लगाने के लिए रक्त शर्करा परीक्षण की सिफारिश की जाती है।