स्वास्थ्य

अगर आप बार-बार पड़ रहे हैं बीमार, तो इस तरीके से करें अपने ‘औरा’ को साफ, जानें

अक्सर हम सभी बार-बार बीमार पड़ते हैं जल्दी-जल्दी बातों पर चिढ़ने लगते हैं और शरीर और मन अंदर से थका-थका महसूस होता है ऐसे में आप कुछ भी करें, लेकिन आप हमेशा परेशानियों से घिरे रहते हैं यदि आपके साथ भी यह सारे लक्षण होते हैं, तो इसका साफ मतलब है कि आपका ‘औरा’ साफ नहीं है ऐसे में आपको जल्द से जल्द अपने ‘औरा’ को साफ करने की आवश्यकता है ऐसे में आप सोच रहे होंगे कि ‘औरा’ क्या होता है

आपको बता दें कि वास्तु एक्सपर्ट के अनुसार औरा यानी कि आभा, आपकी ऊर्जा का वह क्षेत्र है, जो आपके शरीर को घेरे रहती है आपकी आभा आसपास घटने वाली स्थिति-परिस्थिति को ग्रहण करती है जब आप अपने आसपास के लोगों के साथ ऊर्जा का आदान-प्रदान करते हैं, तो आपका औरा यानी की आभा स्ट्रेस का अनुभव करती है आपने नोटिस किया होगा कि जब आप किसी से मिलते हैं, तो आपको अन्य लोगों के मुकाबले की उसका चरित्र सुन्दर लगता है तो वहीं कुछ लोगों से मिलने पर हमें निगेटिविटी का एहसास होता है यह हमारे ‘औरा’ पर निर्भर होता है

ऐसे में समय-समय पर हमें अपने ऑरिक क्षेत्र को साफ करने की आवश्यकता होती है यदि आपको भी ऊपर बताए गए लक्षणों का अनुभव होता है, तो आपको अपने मन और शरीर को पूरी तरह से साफ करने की आवश्यकता होती है आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप अपने ‘औरा’ को कैसे साफ कर सकते हैं

ऐसे करें दिन की शुरूआत

सुबह उठने के साथ ही आपको अपने दिन की शुरूआत नींबू पानी से करनी चाहिए बता दें कि नींबू और नमक जैसी चीजें हमारे शरीर से नेगेटिव एनर्जी को बाहर निकालने का काम करती है नींबू पानी के सेवन से आपके शरीर से गंदगी, निगेटिविटी और टॉक्सिन बाहर निकल जाती है साथ ही यह हमारे शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाता है

प्रकृति के साथ बिताएं कुछ समय

हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर प्रकृति काफी गहरा असर डालती है प्रकृति आपके मूड को बेहतर बनाता है प्रकृति के साथ समय बिताने पर आपको पूरा दिन के लिए ऊर्जा मिलती है इससे न केवल आपकी मनोदशा में सुधार होने के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक कल्याण भी बेहतर होता है ऐसे में कोशिश करें कि प्रतिदिन सुबह कम से कम एक घंटा प्रकृति के साथ समय बिताएं और धूप में बैठें

सुने सूदिंग साउंड

हमारे इमोशनल हेल्थ, परफॉर्मेंस और नींद के लिए म्यूजिक एक अविश्वसनीय उपचार है पुराने समय में यह हीलिंग थेरेपी की तरह इस्तेमाल किया जाता है म्यूजिक हमारे शरीर और दिमाग दोनों पर ताकतवर और विविध असर डालने का काम करता है इसके अतिरिक्त यह हार्ट दर और ब्रीदिंग को प्रभावित करता है संगीत हमारे हार्मोन को रिलीज करने के साथ ही इम्यून सिस्टम को उत्तेजित करता है

मेडिटेशन करें

मेडिटेशन हमारी हेल्थ के लिए काफी अच्छा माना जाता है मेडिटेशन करने से नेगेटिव इमोशन्स कम होता है प्रतिदिन मेडिटेशन करने से आपकी मेंटल हेल्थ अच्छी होती है इससे आपको तनाव और चिंता से राहत मिलती है और आप रिलैक्स फील करते हैं इसलिए प्रतिदिन हफ्ते में कम से कम 5 बार रोज सुबह-शाम 15-15 मिनट के लिए मेडिटेशन करें

सूदिंग बाथ

नहाने के बाद हम सभी तरोताजगी महसूस करते हैं ऐसे में आप सूदिंग बाथ लेकर भी अपने ‘औरा’ को साफ कर सकते हैं सूदिंग बाथ ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें आप एसेंशियल ऑयल, सॉल्ट्स और कुछ हर्ब्स के साथ एक बाथ लिया जाता है जो आपको अंदर से रिलैक्सिंग फील करवाता है सूदिंग बाथ लेने के लिए आप सबसे पहले एक बाथटब को भर लें और फिर उसमें यूकेलिप्टस और लैवेंडर ऑयल डाल लें फिर उस बाथटब में रोज पेटल हिमालयन सॉल्ट डाल दें फिर इसमें करीब 10 मिनट तक बैठें इससे न केवल आपका मन हल्का होगा, बल्कि आपकी आभा भी साफ होगी

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