40 साल की उम्र में दिल के दौरे का शिकार, ऐसे रखें अपने दिल का ख्याल
इन कुछ वर्षों में खराब जीवनशैली और खान-पान के कारण ज्यादातर लोग 40 वर्ष की उम्र में ही दिल की रोग का शिकार हो रहे हैं।
आजकल लोग 40 की उम्र में ही कई गंभीर रोंगों का शिकार हो रहे हैं। पहले, ज्यादातर लोगों को 60 वर्ष की उम्र में दिल बीमारी का खतरा होता था। वहीं, ज्यादातर लोग 40 वर्ष की उम्र में दिल के दौरे का शिकार होते हैं। पिछले कुछ वर्षों में 40 वर्ष के एक्टर्स से लेकर आम आदमी तक हर कोई हार्ट अटैक का शिकार हुआ है। ज्यादातर लोग दिल से जुड़ी रोंगों के कारण कम उम्र में ही मर रहे हैं। सबसे आश्चर्य की बात तो ये है कि लोग 40 वर्ष की उम्र में ही हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं।
डॉक्टरों और स्वास्थ्य जानकारों के मुताबिक, हिंदुस्तान में हार्ट अटैक के मुद्दे दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। 20 वर्ष के लड़के और 30 वर्ष की महिलाएं भी दिल के दौरे से मर रही हैं। हृदय बीमारी के कारण कई लोग इमरजेंसी वार्ड में भर्ती होते हैं। यूरोपीय लोगों की तुलना में हिंदुस्तानियों को समय से पहले दिल का दौरा पड़ता है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण खराब जीवनशैली और सोने का तरीका माना जाता है।
आज की पीढ़ी काफी तनाव में जी रही है। जिसके कारण उन्हें कम उम्र में ही डायबिटीज और मोटापे जैसी रोंगों का सामना करना पड़ रहा है। जिसके कारण आए दिन युवा पीढ़ी हार्ट अटैक का शिकार हो रही है। जो बीमारियाँ 60 की उम्र में होती थीं वे 40 की उम्र में होती हैं, यह भारतीय समाज का कड़वा सच है और हमें समय रहते इसे ठीक करने की आवश्यकता है।
40 की उम्र में 60 रोंगों से बचने के लिए इस तरह रखें अपनी जीवनशैली का ख्याल यहां हम आपको बता रहे हैं कि आप जो भी खाएं उसमें कैलोरी को नियंत्रित रखने के 10 जरूरी कदम हैं ताकि आप मोटापे का शिकार न हो जाएं। शारीरिक गतिविधि या व्यायाम करें।
जितना संभव हो सके उतने अधिक फल और सब्जियां खाना सुनिश्चित करें। जिससे आपके शरीर को पर्याप्त पोषक तत्व मिल सके। साबुत अनाज या साबुत अनाज को अपने आहार का हिस्सा बनाएं। अपने आहार में जितना संभव हो उतना प्रोटीन लें, या पौधे-आधारित या समुद्री भोजन खाएं।
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