स्वास्थ्य

फेनेटाइल सूंघने मात्र से मस्तिष्क को हो सकती है बड़ी क्षति

नई दिल्ली . एक नए अध्ययन से यह बात सामने आई है कि दर्द निवारक और एनेस्थेटिक (बेहोशी की दवा) के रूप में इस्तेमाल किए जाने वाली यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा स्वीकृत सिंथेटिक फेनेटाइल के मानव शरीर में जाने से मस्तिष्क को बड़ी क्षति हो सकती है, जो शायद कभी ठीक न हो.

फेनेटाइल सस्ता है और यह सरलता से मौजूद भी हो जाता है. यह हेरोइन की तुलना में 50 गुना अधिक ताकतवर है. बीएमजे मुकदमा रिपोर्ट्स मीडिया में डॉक्टरों ने 47 वर्षीय एक आदमी का उपचार करने के बाद चेतावनी जारी की है. दवा सूंघने के बाद आदमी अपने होटल के कमरे में बेहोश पाया गया.

ओरेगॉन हेल्थ एंड साइंस यूनिवर्सिटी के छात्र, मुख्य लेखक क्रिस ईडन ने कहा, ”हम अच्छी तरह से जानते हैं कि क्लासिक ओपियेट के दुष्प्रभावों में रेस्पिरेटरी डिप्रेशन, चेतना की नुकसान शामिल है.

उन्होंने आगे कहा, “लेकिन हम यह नहीं जानते थे कि इससे मस्तिष्क को अपरिवर्तनीय क्षति हो सकती है और यह मस्तिष्क को प्रभावित कर सकता है, जैसा कि इस मुद्दे में हुआ.

एक मध्यम उम्र वर्ग के आदमी में फेनेटाइल सूंघने से ”टॉक्सिक ल्यूकोएन्सेफैलोपैथी” डाग्नोस नामक रोग हुई, जो मस्तिष्क में सूजन और क्षति का कारण बनी. इससे बेहोशी आ गई. मस्तिष्क में हानि के साथ मौत भी हो सकती है.

यह स्थिति विभिन्न संकेतों और लक्षणों में प्रकट होती है, जिनमें से सबसे साफ हैं न्यूरोलॉजिकल और व्यवहारिक परिवर्तन, जो हल्के भ्रम से लेकर स्टूपर, कोमा और मौत तक ले जा सकती है.

हालांकि इस रोग से कुछ लोग पूरी तरह ठीक हो जाएंगे जबकि दूसरों की स्थिति धीरे-धीरे खराब हो सकती है.

इस आदमी के मुद्दे में मस्तिष्क के स्कैन से पता चला कि उसके ब्रेन के सेरिबैलम भाग में सूजन और चोट है.

वह आदमी 18 दिनों तक बिस्तर पर ही पड़ा रहा और उसे ट्यूब के माध्यम से भोजन दिया गया. डॉक्टरों ने उपचार के लिए कई भिन्न-भिन्न दवाएं दी.

26 दिनों बाद उसका रिहैबिलिटेशन हुआ और एक और महीने के बाद वे घर लौट आया. हालांकि बाह्य बीमार फिजियोथेरेपी और व्यावसायिक चिकित्सा जारी रही.

अध्ययन में कहा गया कि उसे पूरी तरह से ठीक होने और पूर्णकालिक काम पर लौटने में लगभग एक वर्ष का समय लग जाएगा.

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