स्वास्थ्य

इन चीजों को डायट में शामिल करके आंतों को तुरंत करे साफ

अक्सर लोग पाचन से जुड़ी परेशानी होने की कम्पलेन करते हैं. इस परेशानी का कारण खराब गट हेल्थ हो सकती है. आंतों में उपस्थित अच्छे-बुरे बैक्टीरिया की स्थिति को गट हेल्थ कहा जाता है. जब खराब बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं, तो गट हेल्थ खराब हो जाती है. गट हेल्थ को अच्छा रखना चाहते हैं तो आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ दीक्षा भावसार द्वारा बताई इन चीजों को डायट में शामिल कर सकते हैं.

1) अदरक
सूखी अदरक को आयुर्वेद में ‘विश्वभेषज’ के नाम से जाना जाता है. यह लगभग सभी पाचन विकारों में इस्तेमाल होती है. इसका इस्तेमाल गीले और सूखे रूप में, जूस, काढ़े या ऑयल के रूप में किया जा सकता है. यह मतली, मांसपेशियों में दर्द, खांसी-जुकाम, गले में खराश, एक्सट्रा फैट, सूजन, अपच से राहत देने में सहायता करता है और एलडीएल और ब्लड शुगर के लेवल को भी कम करता है.

2) छाछ
छाछ को एक अमृत की तरह माना जाता है. यह पचाने में सरल है, इसका स्वाद खट्टा-कसैला होता है, पाचन में सुधार करता है और एक्सट्रा कफ और वात को संतुलित करता है. यह सूजन, पाचन विकार, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और प्लीहा विकार, भूख न लगना, एनीमिया आदि में सहायता करता है. इसे पीने का सबसे अच्छा समय दोपहर का है.

3) गाय का घी
सबसे अच्छा फैट जो आपको शारीरिक और मानसिक रूप में सहायता करता है. गाय का सरलता से मिल जाता है. यह हर किसी के लिए लाभ वाला माना जाता है. इसकी प्रकृति ठंडी, स्वाद में मीठी, वात-पित्त को शांत करने वाली और शुभ मानी जाती है. यह पाचन में सुधार करता है, आपके ऊतकों को पोषण देता है. घी मांसपेशियों को मजबूत करता है, आवाज, याददाश्त, चमक, बाल, त्वचा, प्रजनन क्षमता, प्रतिरक्षा, बुद्धि में सुधार करता है. यह एक ऐसी चीज है जिसे हर कोई हर समय खा सकता है.

4) मिश्री
मिश्री या रॉक शुगर चीनी का सबसे सही रूप है. आयुर्वेद में कुछ दवाओं की तैयारी में इसे स्वीटनर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. पीसीओएस, मोटापा, ऑटो-इम्यून विकार, आंत संबंधी समस्याओं जैसी समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए रॉक शुगर का इस्तेमास करना अच्छा माना जाता है.

5) सीसीएफ चाय
सीसीएफ चाय का मतलब जीरा, धनिया और सौंफ है. ये सूजन से लेकर पीरियड्स की ऐंठन तक, यह आंत की सभी समस्याओं में काम करता है. यह भूख में सुधार करता है, ब्लड शुगर को प्रबंधित करने में सहायता करता है. पेट दर्द, मतली और उल्टी को कम करता है. ये सूजन को कम करता है और मानसिक स्पष्टता को बढ़ावा देता है. सीसीएफ चाय बनाने के लिए जीरा, धनिया और सौंफ का 1 चम्मच लें और इसे 1 गिलास पानी में 3-5 मिनट तक उबालें, फिर इसे छान लें और घूंट-घूंट करके पीएं.

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