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Salman Khan के घर के बहर फायरिंग मामले में गिरफ्तार तीन आरोपियों की हिरासत बढ़ी 8 मई तक…

सलमान खान के बांद्रा स्थित घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर फायरिंग की घटना ने सभी को चौंका दिया. 14 अप्रैल को हुई इस घटना के बाद से मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री सुपरस्टार की सुरक्षा कड़ी है. साथ ही पुलिस मुद्दे की हर कड़ी की भी बारीकी से जांच कर रही है मुद्दे में अरैस्ट तीनों आरोपियों की हिरासत एक बार फिर 8 मई तक बढ़ा दी गई है. वहीं, अब इस मुद्दे में एक और बड़ा अपडेट सामने आया है. कल मुंबई पुलिस ने मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री अदाकार सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर फायरिंग मुद्दे के आरोपियों पर महाराष्ट्र संगठित क्राइम नियंत्रण अधिनियम (मकोका) लगा दिया. मुंबई पुलिस ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, विदेश में रह रहे उसके भाई अनमोल बिश्नोई समेत मुद्दे में अरैस्ट दो शूटरों और पंजाब के जालंधर से शूटरों को हथियार उपलब्ध कराने के इल्जाम में अरैस्ट किए गए दो आरोपियों पर मकोका लगाया है.

अब ऑफिसरों ने बोला है कि मुंबई पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या लॉरेंस बिश्नोई रैकेट को हिंदुस्तान के बाहर एक्टिव राष्ट्र-विरोधी तत्वों से पैसे या हथियारों के रूप में सहायता मिली थी. इस महीने की आरंभ में यहां मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री अदाकार सलमान खान के आवास के बाहर हुई गोलीबारी की जांच कर रही शहर पुलिस की क्राइम शाखा ने सोमवार को आरोपी विक्की गुप्ता (24), सागर पाल (21) और अनुज थापन (32) को अरैस्ट किया. न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे 8 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.

लॉरेंस, जो अहमदाबाद की साबरमती सेंट्रल कारावास में बंद है, और उसका छोटा भाई अनमोल, जिसके बारे में माना जाता है कि वह अमेरिका या कनाडा में है, इस मुद्दे में वांछित आरोपी हैं. पुलिस ने पहले बोला था कि अनमोल ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए गोलीबारी की जिम्मेदारी ली थी, हालांकि इसका आईपी एड्रेस पुर्तगाल का था. पुलिस रिमांड आवेदन में बोला गया है कि वैसे लॉरेंस बिश्नोई का संगठित क्राइम सिंडिकेट अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक्टिव है, इसलिए पुलिस जांच कर रही है कि क्या उसे हिंदुस्तान के बाहर राष्ट्रविरोधी तत्वों से हथियारों की आपूर्ति या धन जैसी कोई सहायता मिली है.

एक अधिकारी ने बोला कि पुलिस वर्तमान मुद्दे में कथित निशानेबाजों को आपूर्ति किए गए हथियारों के साधन की भी जांच कर रही है. जांचकर्ताओं का मानना है कि बिश्नोई रैकेट राष्ट्र की वित्तीय राजधानी मुंबई में आतंक पैदा करना चाहता था और जांच कर रहे थे कि क्या रैकेट के सदस्यों ने शहर में व्यापारियों, फिल्म अभिनेताओं और बिल्डरों से पैसे वसूलने की प्रयास की थी.

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