कमाई होगी 2.5 करोड़ सालाना, बस यूज करना है AI टूल
ChatGPT जैसे AI टूल्स ने आते ही पूरे विश्व में हड़कंप मचा दी है। अपनी चुटकियों में काम निपटाने की क्षमता से इसने सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जुड़े नए-नए इनोवेशन रोज सामने आ रहे हैं। कई लोगों को AI से जॉब जाने का डर है, तो कई लोग AI का यूज करके लाखों-करोड़ों रुपये कमा रहे हैं। अब एक नया प्रोफेशन सभी का ध्यान आकर्षित कर रहा है वो है ‘AI prompt engineer’। जेडडीनेट की रिपोर्ट के अनुसार, जेनेरिक एआई टूल से बेस्ट आंसर निकालने पर फोकस यह रोल अब सबसे अधिक डिमांडिंग नौकरी में से एक बताया जा रहा है।
2.5 करोड़ वर्ष की कमाई
रिपोर्ट के अनुसार, एआई प्रॉम्प्ट इंजीनियर सालाना $1,75,000 से लेकर $3,00,000 तक की कमाई कर सकते हैं। भारतीय रुपयों में यह लगभग 1.4 करोड़ से 2.5 करोड़ रुपये सालाना होता है। हालांकि, यह जॉब पहली बार सुनने में आपको सरल लग सकती है, लेकिन इसमें प्रोग्रामिंग, प्रॉब्लम सॉल्विंग, एआई एक्सपर्टीज और यहां तक कि आर्टिस्टिक एबिलिटी जैसी भिन्न-भिन्न चीजों में एक्सपर्ट होने की आवश्यकता होगी। बस यह कॉम्प्लेक्सिटी इन चीजों में एक्सपर्ट लोगों की डिमांड को बढ़ा रही है।
ढूंढने से भी नहीं मिल रहे एक्सपर्ट
एआई प्रॉम्प्ट इंजीनियरों की बढ़ती मांग ने इन रोल्स को भरने की प्रयास कर रही कंपनियों के लिए एक चुनौती खड़ी कर दी है। आरबीसी वेल्थ मैनेजमेंट के टेक्नोलॉजी हेड ग्रेग बेल्ट्जर का बोलना है कि इस पद के लिए भर्ती करना एक मुश्किल काम है।
वह कहते हैं, “आज एक अच्छा प्रॉम्प्ट इंजीनियर एक डेटा साइंटिस्ट से भी ज्यादा महंगा है।” इसके अलावा, पर्याप्त अनुभव वाले उम्मीदवारों को ढूंढना एक कठिन काम है। बेल्ट्जर कहते हैं, “किसी ऐसे आदमी को ढूंढना बहुत कठिन है जिसके पास एक्सपीरियंस हो। आपको कोई ऐसा आदमी नहीं मिलेगा जिसके पास पांच वर्ष से अधिक का एक्सपीरियंस हो। अधिक से अधिक, आपको दो या तीन वर्ष का एक्सपीरियंस वाला व्यक्ति मिल सकता है, लेकिन इसे ढूंढना भी कठिन है।”
यह स्थिति तेजी से बदलते एआई सिनेरियो में प्रासंगिक बने रहने के लिए लोगों को अपनी स्किल को बढ़ाने की जरूरत पर बल देती है। जैसे-जैसे कंपनियां जेनरेटिव एआई एप्लिकेशन और टेक्नोलॉजी को तेजी से अपनाना प्रारम्भ करेंगी, वैसे वैसे एआई प्रॉम्प्ट इंजीनियरों की मांग बढ़ने की आशा है। दिलचस्प बात यह है कि यह ट्रेंड उन चिंताओं के बीच सामने आया है, जिसमें बोला जा रहा है कि एआई लोगों की नौकरियों को प्रभावित कर सकता है।