कमजोर वैश्विक संकेतों के बावजूद सेंसेक्स और निफ्टी में हुई बढ़त
मुंबई, सीएस और इंफोसिस जैसे आईटी दिग्गजों के चलते बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी50 में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन बढ़त हुई। हालांकि, लाल सागर में जहाजों पर हमलों से मिले कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों और $ में तेज उछाल ने बढ़त को थोड़ा सीमित कर दिया।
सेंसेक्स दिन के अंत में 179 अंक या 0.25 फीसदी बढ़कर 72,026.15 पर बंद हुआ। उधर, निफ्टी 52 अंक या 0.24 फीसदी ऊपर 21,710.80 पर बंद हुआ।
कारोबारी सत्र के दौरान टाटा मोटर्स, भारती एयरटेल, एनटीपीसी, पावर ग्रिड और इंडसइंड बैंक सहित लगभग 500 स्टॉक 52-सप्ताह के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गए।
बीएसई मिडकैप इंडेक्स 0.19 प्रतिशत की बढ़त के साथ 37,706.55 पर बंद हुआ, जबकि बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 0.61 प्रतिशत की बढ़त के साथ 43,819.39 पर बंद हुआ।
व्यापक बाजार ने बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में क्रमशः 2.4 फीसदी और 2.7 फीसदी की बढ़त के साथ बेहतर प्रदर्शन किया। बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण अब 370 लाख करोड़ रुपये के करीब है। बीएसई पर दर्ज़ निवेशकों की संख्या 16 करोड़ के करीब है।
निफ्टी में शीर्ष फायदा पाने वालों में अदानी पोर्ट्स (2.65 फीसदी ऊपर), लार्सन एंड टुब्रो (2.60 फीसदी ऊपर) और टीसीएस (1.96 फीसदी ऊपर) हैं।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के अध्ययन प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “घरेलू मोर्चे पर बाजार नतीजों के मौसम की ओर बढ़ रहा है। हमें लगता है कि यदि दिसंबर तिमाही की कमाई ठीक नहीं हुई तो सूचकांक का टेस्ट हो सकता है।”
एलकेपी सिक्योरिटीज में वरिष्ठ टेक्निकल एवं डेरिवेटिव विश्लेषक कुणाल शाह ने कहा, “मौजूदा सेंटीमेंट्स तेजी का है, लेकिन निफ्टी को 21,750 पर बिकवाली का दबाव झेलना पड़ रहा है। तुरन्त समर्थन 21,600 पर है। 21,750 के स्तर के ऊपर एक निर्णायक समाप्ति निफ्टी को 22,000 अंक की ओर बढ़ा सकता है।”