बिज़नस

महिलाओं के लिए बिजनेस शुरू करना हुआ आसान, इस योजना का उठाए लाभ, झट से मिलेगा लोन

पीएम नरेंद्र मोदी के द्वारा छोटे व्यापारी, शिक्षु, और उद्यमियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से महत्वाकंक्षी पीएम मुद्रा योजना की शुरूआत आठ अप्रैल 2015 को की गयी थी इसे लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ी जानकारी दी उन्होंने बोला कि पीएम मुद्रा योजना के अनुसार स्त्री उद्यमियों को पहली अहमियत दी जाती है सीतारमण ने यहां ‘पीएम स्वनिधि से समृद्धि’ कार्यक्रम के अनुसार लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र वितरित करते हुए बोला कि नगर पालिकाओं के ऑफिसरों को शामिल नहीं किए गए फुटपाथ पर बिक्री करने वालों की पहचान करनी चाहिए और उन्हें इस योजना का फायदा उठाने में सहायता करनी चाहिए उन्होंने बोला कि ऐसे विक्रेताओं की सहायता करने के उद्देश्य से केंद्र गवर्नमेंट ने कर्ज प्राप्त करने के लिए बैंकों के माध्यम से पीएम स्वनिधि योजना प्रारम्भ की

वित्त मंत्रालय कर रहा प्रगति की समीक्षा

वित्तीय सेवा विभाग के सचिव विवेक जोशी की टिप्पणी की ओर इशारा करते हुए सीतारमण ने बोला कि यदि कोई बैंक किसी लाभ पाने वाले को 10,000 रुपये तक का कर्ज देता है और यदि वह इसे समय पर वापस भुगतान करता है, तो कर्ज राशि बढ़कर 20,000 रुपये हो जाती है और यदि वह वापस भुगतान करता है तो कर्ज राशि 20,000 रुपये तक बढ़ जाती है समय पर इसे बढ़ाकर 50,000 रुपये कर दिया जाता है यह देखते हुए कि वित्त मंत्रालय योजना की प्रगति की समीक्षा कर रहा है, सीतारमण ने बोला कि इसे रामेश्वरम में प्रारम्भ करने का कारण यह था कि तमिलनाडु में विरुधुनगर के साथ-साथ रामनाथपुरम जिले को ‘आकांक्षी जिलों’ के रूप में चिह्नित किया गया है ताकि वे विकासात्मक स्थिति प्राप्त कर सकें

बिचौलियों से बचाने के लिए खाते में दिया जा रहै पैसा

स्वनिधि से समृद्धि कार्यक्रम पीएम-स्वनिधि योजना का एक अतिरिक्त घटक है इसमें योजना के पात्र लाभार्थियों और उनके परिवार के सदस्यों को उनके समग्र विकास और सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए केंद्र गवर्नमेंट की आठ योजनाओं तक पहुंच उपलब्ध कराई जाती है वित्त मंत्री ने जन धन-आधार-मोबाइल (जेएएम) तिकड़ी की आरंभ को याद करते हुए बोला कि एक लाभ पाने वाले आधार कार्ड हासिल करने के बाद एक बैंक खाता खोल सकता है और उसके खाते में केंद्र से सीधे वित्तीय सहायता भेजी जा सकती है जिससे लाभ पाने वाले ‘बिचौलियों’ से बच सके उन्होंने पूर्व पीएम राजीव गांधी की उस चर्चित टिप्पणी का भी उल्लेख किया जिसमें बोला गया था कि केंद्र से किसी लाभ पाने वाले को 100 रुपये भेजने पर भी उसे सिर्फ़ 15 रुपये मिलते हैं और बाकी 85 रुपये ‘बिचौलियों और अन्य लोगों’ की जेब में जाते हैं

मुद्रा से स्त्रियों को मिल रहा ऋण

सीतारमण ने पीएम मुद्रा योजना के संदर्भ में बोला कि इसे खासकर स्त्री उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए बैंकों के माध्यम से कर्ज प्रदान करने के लिए पेश किया गया था उन्होंने बोला कि योजना का एक जरूरी पहलू यह है कि जो महिलाएं छोटे व्यवसाय चला रही हैं या व्यवसाय प्रारम्भ करने में रुचि रखती हैं, वे बैंक से संपर्क कर सकती हैं और पीएम मुद्रा योजना योजना से कर्ज लेकर अपना काम प्रारम्भ कर सकती हैं इस योजना के माध्यम से फायदा पाने वाले 100 लोगों में से 60 महिलाएं होंगी पीएम मुद्रा योजना के अनुसार स्त्रियों को सर्वोच्च अहमियत दी गई है इससे पहले दिन में वित्त मंत्री ने 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से एक मशहूर रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की बाद में उन्होंने विरुधुनगर जिले के सरकारी मेडिकल कॉलेज में इसी तरह के एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया गैर-कॉरपोरेट, गैर-कृषि लघु/ सूक्ष्म उद्यमों को 10 लाख रुपये तक का कर्ज प्रदान करने के लिए आठ अप्रैल 2015 को पीएम मुद्रा योजना प्रारम्भ की गई थी

क्या है पीएम मुद्रा योजना

पीएम मुद्रा योजना हिंदुस्तान गवर्नमेंट द्वारा चलाई जाने वाली एक योजना है जो छोटे व्यापारी, शिक्षु, और उद्यमियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए बनाई गई है इसका मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को उनके व्यापार और उद्यमिता को बढ़ावा देना है इसमें तीन प्रमुख प्रकार के कर्ज प्रदान किए जाते हैं इसमें शिशु (Shishu) कर्ज के तहत, छोटे पैम्प्लेट व्यापारों के लिए लागू होने वाले कर्ज को शामिल किया जाता है, जिसमें कर्ज की अधिकतम राशि 50,000 रुपये तक हो सकती है किशोर (Kishor)ऋण में मध्यम साइज के व्यापारों के लिए कर्ज शामिल किए जाते हैं, जिनकी अधिकतम राशि 50,000 से 5 लाख रुपये तक हो सकती है जबकि, तरुण (Tarun) कर्ज में बड़े पैम्प्लेट व्यापारों के लिए कर्ज शामिल किए जाते हैं, जिनकी अधिकतम राशि 5 लाख से 10 लाख रुपये तक हो सकती है

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