बेहद मुनाफे वाली है यह खेती, कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा रहे किसान
कन्नौज: बदलते समय के साथ ही अब खेती किसानी के क्षेत्र में भी परिवर्तन आ रहा है। किसान अब सामान्य फसलों की स्थान फूलों और सब्जियों की खेती की ओर रुख कर रहे हैं। जिसमें कम लागत में अच्छा फायदा भी कमा रहे हैं। फूल किसानों के घर आंगन को महका रहे हैं और उनकी आमदनी को दोगुना कर रहे हैं। इत्र नगरी में अब किसान कई तरह के लगातार प्रयोग करके अपनी सोच को आगे बढ़ते हुए फूलों की खेती कर रहे हैं।
तिर्वा क्षेत्र के बौरापुर गांव निवासी किसान राजेश कुमार ने कन्नौज की परंपरागत आलू की खेती छोड़ फूलों की खेती की आरंभ की है। किसान ने पिछले वर्ष नवंबर महीने में करीब डेढ़ बीघा जमीन में गुलाब के फूल की खेती की थी, गुलाब के फूल के पौध किसी भी नर्सरी पर सरलता से मिल जाएंगे। यह खेती उनके लिए सब्जी और अन्य किसी भी सामान्य फसलों की तुलना में अधिक फायदेमंद साबित हुई।
लागत बहुत कम फायदा कई गुना ज्यादा
गुलाब के फूल की खेती करने में लागत बहुत कम आती है और वहीं अन्य फसलों की अपेक्षा आय भी अधिक होती है। यहीं नहीं फूलों की खेती करने में खेत की उर्वरक क्षमता में भी कोई असर नहीं पड़ता, क्योंकि फसल की पैदावार के लिए कोई भी कीटनाशक दवा का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
कम लागत में खेती कर कमा रहे मोटा मुनाफा
किसान राजेश कुमार ने कहा कि गुलाब के फूल की खेती करने के लिए महत्वपूर्ण नहीं है कि गुलाब के बीज ही लगाए जाएं। गुलाब के पेड़ की कटिंग से भी गुलाब के पौधे लग जाते हैं। ऐसे में एक बार यह पौधे लगाने पर वर्ष में दो बार अच्छी मात्रा में फूल देते हैं। तो वहीं एक बार यह पौधा लगाने पर करीब 8 से 10 वर्ष तक यह पौध चलती है। पहली फसल नवंबर से मार्च और दूसरी मार्च से अक्टूबर तक तैयार हो जाती है। इसी वजह से यह अधिक मुनाफे वाली खेती है। गुलाब फूल तैयार होने के बाद वह उसे लोकल मंडी के अतिरिक्त कई अन्य जगहों पर भी बिक्री करते हैं। यह फूल ₹100 से लेकर डेढ़ सौ रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक जाता है। पिछले तीन महीने में हर महीने करीब 20 से 25 हजार रुपए की वह कमाई कर चुके हैं।
साल में दो बार होता है उत्पादन
किसान राजेश कुमार बताते हैं कि उन्होंने कन्नौज की पारंपरिक खेती आलू मक्का को छोड़कर अब अपना रुख फूलों की तरफ कर दिया है। पिछले साल से उन्होंने गुलाब फूल की खेती करना प्रारम्भ किया है। ऐसे में उनको पिछले साल ही कम लागत में अच्छा फायदा हुआ था। इस बार फिर उन्होंने गुलाब के फूल की खेती की है। गुलाब के फूल की खेती की एक विशेषता होती है कि इसकी वर्ष में दो बार खेती होती है। गुलाब के फूल के दर भी अच्छे मिल जाते हैं। वहीं कम लागत में इसमें फायदा कई गुना अधिक होता है।