गलत सुचनाओं का फैक्ट चेक करने के लिए मेटा नें PTI से मिलाया हाथ
Meta Collab with PTI: इन दिनों अब मेटा भी मिसलीडिंग कंटेंट और गलत सूचनाओं को लेकर काफी अधिक सक्रिय हो गया है। मिसलीडिंग कंटेंट और गलत सुचनाओं का फैक्ट चेक करने के लिए मेटा नें फेसबुक, व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम और थ्रेड्स सहित प्रेस ट्रस्ट ऑफ इण्डिया के साथ हाथ मिलाया है।
आपको बता दें कि इस साझेदारी के बाद, मीडिया कंपनी के लिए एक स्वतंत्र तथ्य-जांचकर्ता बन जाएगा और गलत सूचनाओं की पहचान, समीक्षा और रेटिंग करने में सहायता करेगा। इस कदम के साथ, मेटा ने अब हिंदुस्तान में 12 फैक्ट चेकिंग एजेंसियों के साथ साझेदारी की है और 16 भारतीय भाषाओं में कंटेंट पर कवरेज किया है।
1 अप्रैल को एक प्रेस विज्ञप्ति में, मेटा ने साझेदारी की घोषणा की और कहा, “आज, हम प्रेस ट्रस्ट ऑफ इण्डिया को शामिल करने के लिए हिंदुस्तान में अपने तीसरे पक्ष यानी थर्ड पार्टी के फैक्ट चेक प्रोग्राम का विस्तार कर रहे हैं, जो मीडिया को मेटा प्लेटफॉर्म पर गलत सूचना के रूप में कंटेंट की पहचान, समीक्षा और मूल्यांकन करने में सक्षम बनाएगी।
इस साझेदारी के साथ ही मेटा के अब हिंदुस्तान में 12 फैक्ट-चेकिंग पार्टनर हैं, जिनमें एएफपी-हब, द क्विंट, न्यूजचेकर, मीडिया फैक्ट चेक, फैक्टली और अन्य शामिल हैं। सोशल मीडिया कद्दावर ने बोला कि इसने अब हिंदुस्तान को मेटा में विश्व स्तर पर सबसे अधिक थर्ड पार्टी फैक्ट चेक भागीदारों वाला राष्ट्र बना दिया है।
आपोक जानकारी के लिए बता दें कि कंपनी के पास क्षेत्रीय भाषा की कंटेंट पर भी व्यापक कवरेज है, जिसमें भागीदारों द्वारा अंग्रेजी के अतिरिक्त 16 भारतीय भाषाओं को कवर किया गया है, जिनमें हिंदी, बंगाली, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और बहुत कुछ शामिल हैं।