‘RSS ने वर्षों तक कार्यालय पर तिरंगा क्यों नहीं फहराया’: प्रेमचंद मिश्रा बोले…
संसद में शुक्रवार को पीएम नरेन्द्र मोदी के भाषण पर कांग्रेस पार्टी बिफरी हुई है। बिहार कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेमचंद मिश्रा से दैनिक मीडिया संवाददाता ने वार्ता की। उन्होंने बीजेपी को कई तरह से घेरा और प्रश्न भी दागा।
सवाल- यह प्रश्न सबसे अधिक उठ रहा है कि विपक्ष ने क्यों सदन का बहिष्कार किया?
जवाब- ज्वलंत मामले पर नरेन्द्र मोदी कुछ ठोस बात तो कर नहीं रहे थे। INDIA को कुछ और नाम से पुकार रहे थे। जिस विषय पर कहना चाहिए था, नहीं बोल रहे थे। ऐसे प्रवचन को सुनने में किसी संसद सदस्य की क्या दिलचस्पी हो सकती है। उनको यह बताने में क्या परेशानी थी कि मणिपुर का निवारण समय रहते क्यों नहीं किया? वे केवल कटाक्ष करते रहे।
सवाल- उन्होंने बोला कि कांग्रेस पार्टी मोहब्बत की नहीं, नफरत की दुकान है, लूट की दुकान है? आपातकालीन का भी जिक्र उन्होंने किया।
जवाब- वे इसी तरह की भाषा बोलेंगे। कांग्रेस पार्टी ने क्या लूटा है? कांग्रेस पार्टी ने तो अंग्रेजों से आजादी की लड़ाई लड़ी और उन्हें राष्ट्र से बाहर भगाया। यह लूट की दुकान थोड़े ही है। लूट की दुकान तो वे लोग चला रहे हैं जिनके लोग बैंकों से हजारों करोड़ लेकर भाग गए। उनको अभी तक पकड़ा नहीं गया, चाहे वे ललित मोदी हों या फिर नीरव मोदी। क्यों नहीं किसी को इण्डिया लाया गया पकड़ कर।
लोगों को पता है कौन लूट की दुकान चला रहे हैं। ऐसी भाषा अहंकार को दिखाती है। यह तो रावण के पतन का भी कारण बना था। उन्हें बताना चाहिए था कि क्यों मणिपुर की इस तरह से अनदेखी की गई जैसे वह हिंदुस्तान का हिस्सा है ही नहीं। लगातार अत्याचार होती रही। पीएम के भाषण के बाद भी स्त्रियों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं सामने आयी हैं।
सवाल- उन्होंने कांग्रेस पार्टी संगठन पर भी प्रश्न उठाया
जवाब- कांग्रेस पार्टी का इतिहास यदि किसी को नहीं पता हो तो वह ऐसी ही बात करेंगे। उन्हें कम से कम कांग्रेस पार्टी का इतिहास पढ़ना चाहिए। देश ध्वज का अपमान तो आरएसएस करती रही है। आरएसएस के मुख्यालय पर राष्ट्र की आजादी के 52 सालों बाद भी राष्ट्रीय ध्वज क्यों नहीं फहराया गया? आरएसएस तो भाजपा का सबसे बड़ा मातृ संगठन है।
उसके मुख्यालय पर आजादी के 52 सालों तक 15 अगस्त और 26 जनवरी पर झंडोत्तोलन नहीं हुआ। इस पर उनको कहना चाहिए। उनको महंगाई पर कहना चाहिए। रोजगार क्यों नहीं मिल रहा लोगों को इस पर कहना चाहिए। खाद्यान इतना महंगा क्यों है? वे अहंकार में चूर हैं।
सवाल- विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव उनके लिए शुभ संकेत है?
जवाब- दो चार महीने की बात है। वे खुश रहें। आम जनता तो फैसला लेकर बैठी है कि भाजपा को सत्ता से बाहर करेगी। देख लीजिए जहां-जहां चुनाव हो रहा है भाजपा हार रही है। भाजपा शासित राज्यों में ऐसा हो रहा है। हमलोगों ने 26 दलों का जो गठबंधन बनाया है उससे बौखलाहट है। उन्हें इण्डिया बोलने में लज्जा आती है।
उनको मूलभूत समस्याओं का निवारण करना चाहिए। उनकी बौखलाहट इसलिए है कि पिछले लोकसभा चुनाव में जब इनके गठबंधन को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था तो बहुमत का आंकड़ा 38 प्रतिशत था, तो 62 प्रतिशत वोट कहां गया? ये भाजपा विरोधी वोट था और भिन्न-भिन्न खेमों में बंट गया था। अब 26 दलों को यह वोट मिलेगा यूनाइटेड होकर।
सवाल- पीएम ने राहुल गांधी को फेल प्रोडक्ट कहा
जवाब- यही तो उनकी बौखलाहट है। वे राहुल गांधी से डरते हैं। इन लोगों ने तो राहुल गांधी को संसद से बाहर कर ही दिया था। उच्चतम न्यायालय ने इन्साफ की लाज रखी। राहुल गांधी से पूरी भाजपा डरी हुई है। क्यों नहीं राहुल गांधी की तरह कोई हिंदुस्तान जोड़ो यात्रा करते हैं। क्यों नहीं जनता के बीच जाते हैं, क्यों नहीं नौ वर्ष से प्रेस कांफ्रेस कर पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हैं।