IMD ने 10 जिलों में बारिश की जताई संभावना, बारिश को लेकर येलो अलर्ट
पटना। बिहार में लगातार मौसम में परिवर्तन जारी है। एक बार फिर से बिहार में पछुआ हवाओं का प्रवाह है। पटना समेत पूरे बिहार में कुछ दिनों तक मौसम में कोई खास बदलाव होने की आसार नहीं है। पूरे दिन सतही पछुआ हवा चलती रहेगी। इस कारण सुबह और शाम-रात के तापमान में कमी रहने के आसार बने हैं। शनिवार को भी गया राज्य में सबसे अधिक ठंडा रहा। मौसम विभाग ने 10 जिलों में बारिश की आसार जताई है। इनमें पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, जहानाबाद, लखीसराय, बक्सर, और भोजपुर शामिल हैं। इन जिलों में 10 फरवरी से 12 फरवरी के बीच मामूली से मध्यम बारिश हो सकती है।
बारिश को लेकर येलो अलर्ट
बिहार के दक्षिणी क्षेत्रों में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन क्षेत्रों में गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, जहानाबाद, और लखीसराय शामिल हैं। इन क्षेत्रों में भारी बारिश की आसार है। मौसम विभाग के अनुसार, एक पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हो रहा है, जिसके कारण बिहार में बारिश हो रही है। यह विक्षोभ 12 फरवरी तक एक्टिव रहेगा।
दो दिनों बाद तापमान में मामूली बढ़ोतरी
दो दिनों बाद से हल्की-हल्की तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जायेगी। मौसम विभाग ने रविवार से न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी का अनुमान जताया है। न्यूनतम तापमान आठ और अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार हैं। इसके अतिरिक्त अभी सुबह में कोहरा छाया रहेगा। मौसम वैज्ञानिक डॉ एसएन पांडेय ने कहा कि पछुआ हवा 16.5 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने की वजह से अभी हवा में नमी बनी हुई है। दिन में धूप निकलने से तो राहत है, लेकिन रात में वातावरण में नमी के चलते पारा नीचे गिर रहा है। रात के सात बजते ही पछुआ हवा के तेज होने से लोगों को घरों में कैद कर दे रहा है।
7.6 डिग्री न्यूनतम तापमान
गोपालगंज जिले में दिन में भले ही धूप निकलने से मौसम सुहाना हो गया है, लेकिन रात में पारा लगातार गिरने से ठंड सता रही है। शनिवार को दिन का तापमान जहां 22.8 डिग्री पर पहुंच गया और गुनगुनी धूप लोगों को काफी शाँति दिया, वहीं न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस कम है। जो लोग शहर के फुटपाथ पर रह रहे हैं, उनके लिए रात जानलेवा बनी हुई है। बंजारी, आंबेडकर चौक, अरार चौक, सदर अस्पताल, हजियापुर में कई लोग फुटपाथ पर रहने को विवश हैं। नगर पर्षद का अलाव बुझ चुका है, जिसके कारण रात में राहगीरों के लिए भी ठंड घातक बनी हुई है। यह स्थिति अभी एक-दो दिन और रहेगी।