गोपालगंज में श्रीमती राबड़ी देवी गर्ल्स प्लस-टू विद्यालय में हुयी नियुक्ति
गोपालगंज। भारतीय संस्कृति की शिक्षा परंपरा में गुरु (शिक्षक) का जगह ईश्वर से ऊपर माना गया है। इसका जीता जागता उदाहरण बुधवार को बिहार के गोपालगंज में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी द्वारा उनके मायके सेलारकला में स्थापित विद्यालय में देखने को मिला है। यहां श्रीमती राबड़ी देवी गर्ल्स प्लस-टू विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक धनंजय कुमार मधुप का दूसरे विद्यालय में बीपीएससी अध्यापक में नियुक्ति हो गयी है। प्रधानाध्यापक के दूसरे विद्यालय में नियुक्ति होने पर गांव के लोगों ने शिक्षक की विदाई एक अनोखे अंदाज में की। वहीं, विद्यालय की छात्राएं फूट-फूटकर रोने लगीं आर शिक्षक को विद्यालय से जाने पर रोकने लगीं। छात्राओं के फूट-फूटकर रोने से विद्यालय का पूरा माहौल गमगीन हो गया था। यहां पढ़नेवाली तीन सौ छात्राएं मायूस दिखीं।
रोते-रोते 12 छात्राएं हो गयीं बेहोश
विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक धनंजय कुमार मधुप की विदाई होने पर छात्राएं इस कदर रोने लगीं कि 12 छात्राएं बेहोश हो गयीं। इनमें प्रियंका सोनी, खुशी कुमारी, श्वेता कुमारी, आदिती कुमारी, सलोनी कुमारी, काजल कुमारी, शिल्पी कुमारी, नंदनी कुमारी, मुस्कान खातुन, गूंजा कुमारी, गूंजन कुमारी, स्नेहा कुमारी को शिक्षकों की सहायता से क्षेत्रीय हॉस्पिटल में पहुंचाया गया, जहां से उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया।
गणित विषय के शिक्षक हैं धनंजय कुमार मधुप
धनंजय कुमार मधुप विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्याप के साथ गणित विषय के शिक्षक थे। बीपीएससी से अध्यापक होने के बाद उनकी नियुक्ति थावे मुखीराम प्लस-टू की गयी है। इनके साथ सुबास यादव भी दूसरे विद्यालय में नियुक्ति हुई है। यहां विद्यालय में पढ़नेवाली छात्राएं बताती हैं कि आज हमारे सर यहां से निकलकर दूसरे विद्यालय थावे के मुखीराम हाइस्कूल में जा रहे हैं। इसलिए हम विद्यालय के बाहर खड़े हैं। हमारे लिए यही सर चाहिए। कोई दूसरे सर नहीं चाहिए नहीं तो हम आज के बाद इस विद्यालय में नहीं पढ़ेंगे।
कार्यक्रम में शामिल शिक्षक प्रीतम पांडेय, राहुल पांडेय, बीरेंद्र सहनी, सुजीत तिवारी, विनीत श्रीवास्तव, दुर्गेश कुमार, श्रीनिवास प्रजापति ने कहा कि शिक्षक धनंजय कुमार मधुप का दूसरे विद्यालय में बीपीएससी सेवा से नियुक्ति होने से विद्यालय की छात्राओं में मायूसी है। धनंजय कुमार मधुप एक ऐसे शिक्षक हैं, जिनके पास एक उत्कृष्ट शिक्षक होने के सभी गुण उपस्थित हैं इसलिए उन्होंने अपने विद्यालय की प्रबंध भी बहुत अच्छी रखी है।
राबड़ी देवी ने स्थापित किया है विद्यालय
सेलार कला बालिका प्लस-टू विद्यालय बनाने के लिए बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने अपनी जमीन दान दी है। यहां राबड़ी देवी ने प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की है। उस समय यहां उच्च शिक्षा की प्रबंध नहीं थी, इसलिए वे आगे की पढ़ाई नहीं कर सकीं। इस बात की जानकारी स्वयं राबड़ी देवी ने पिछले दिनों जब पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के साथ मायके आयीं थी तो इस विद्यालय में निरीक्षण करने के दौरान बतायीं थीं। यहां छात्राओं के बीच राबड़ी देवी स्वयं शिक्षक की भूमका में नजर आयीं थी। राबड़ी देवी नाम से स्थापित विद्यालय कई मायनों में खास माना गया है।